________________ 260 ] [श्रीमदीगमसुधासिन्धुः // द्वितीयो विभाग मियाइ छाणे झियाति जोति झियाति ?, गोयमा ! नो अगारे झियाति नो. कुड्डा झियाति जाव नो छाणे झियाति जोति झियाति // सूत्रं 335 / / जीवे णं. भंते ! श्रोरालियसरीरात्रो कति किरिए ?, गोयमा ! सिय तिकिरिए सिय चउकिरिए. सिय पंचकिरिए सिय अकिरिए 1 / नेरइए णं भंते ! श्रोरालियसरीरायो कतिकिरिए ?, गोयमा ! सिय तिकिरिए सिय चउकिरिए सिय पंचकिरिए 2 / असुरकुमारे णं भंते ! ओरालियसरीरायो कतिकिरिए ? एवं चेव, एवं जाव वेमाणिए, नवरं मणुस्से जहा जीवे 3 / जीवे णं भंते ! ओरालियसरीरेहितो कतिकिरिए ?, गोयमा ! सिय तिकिरिए जाव सिय अकिरिए 4 / नेरइए णं भंते ! श्रोरालियसरीरेहितो कतिकिरिए ?, एवं एसो जहा पढमो दंडयो तहा इमोवि अपरिसेसो भाणियब्वो जाव वेमाणिए, नवरं मणुस्से जहा जीवे 5 / जीवा णं भंते ! ओरालियसरीरायो कतिकिरिया ?, गोयमा ! सिय तिकिरिया जाव सिय अकिरिया 6 / नेरइया णं भंते ! ओरालियसरीराथो कतिकिरिया ?, एवं एसोवि जहा पढमो दंडयो तहा भाणियवो जाव वेमाणिया, नवरं मणुस्सा जहा जीवा 7 / जीवा णं भंते ! थोरालियसरीरेहितो कतिकिरिया?, गोयमा ! तिकिरियावि चउकिरियावि पंचकिरियावि अकिरियावि 8 / नेरइया णं भंते ! पोरालियसरीरेहितो कइकिरिया ?, गोयमा ! तिकिरियावि चउकिरियावि पंचकिरियावि एवं जाव वेमाणिया, नवरं मणुस्सा जहा जीवा 1 / जीवे णं भंते ! वेउब्वियसरीराथो कतिकिरिए ?, गोयमा ! सिय तिकिरिए सिय चउकिरिए सिय अकिरिए 10 / नेरइए णं भंते ! वेउब्वियसरीरात्रो कतिकिरिए ?, गोयमा ! सिय तिकिरिए सिय चउकिरिए एवं जाव वेमाणिए, नवरं मणुस्से जहा जीवे, एवं जहा पोरालियसरीरा(रे)णं चत्तारि दंडका तहा वेउब्वियसरीरेणवि चत्तारि दंडगा भाणियत्वा, नवरं पंचमकिरिया न भन्नइ, सेसं तं चेव, एवं