________________ श्रीमव्याख्याप्रज्ञप्ति (श्रीमद्भगवती) सूत्रं : शतकं 6 : 04 ]. // अथ षष्ठशतके प्रदेशाख्य-चतुर्थोद्देशकः // ___जीवे णं भंते ! कालाएसेणं किं सपदेसे प्रादेसे ?, गोयमा ! नियमा सपदेसे 1 / नेरतिए णं भंते ! कालादेसेगां किं सपदेसे अपदेसे ?, गोयमा ! सिय सपदेसे सिय अपदेसे, एवं जाब सिद्धे 2 / जीवा णं भंते ! कालादेसेणं किं सपदेसा अपदेसा ?, गोयमा ! नियमा सपदेसा 3 / नेरइया णं भंते ! कालादेसेणं किं सपदेसा अपदेसा ?, गोयमा ! सव्वेसि ताव होजा सपदेसा 1 श्रवा सपएमा य अपदेसे य 2 अहवा सपदेसा य अपदेसा य 3, एवं जावं थणियकुमारा 4 / पुढविकाइया णं भंते ! किं सपदेसा अपदेसा ?, गोयमा ! सपदेसावि अपदेसावि, एवं जाव वणप्फइकाइया, सेसा जहा नेरइया तहा जाव सिद्धा 5 / श्राहारगाणां जीवेगेंदियवज्जो तियभंगो, अणाहारगाणां जीवेगिंदियवजा छन्भंगा एवं भाणियव्वा-सपदेसा वा 1 अपएसा वा 2 ग्रहवा सपदेसे य अप्पदेसे य 3 अहवा सपदेसे य अपदेसा य 4 अहवा सपदेसा य अपदेसे य 5 अहवा सपदेसा य अपदेसा य 6, सिद्धेहिं तियभंगो, भवसिद्धिया अभवसिद्धिया जहा श्रोहिया, नो भवसिद्धियनोत्रभवसिद्धिया जीवसिद्धेहिं तियभंगो, सगणीहिं जीवादियो तियभंगो, असरणीहिं एगिदियवजो तियभंगो, नेरइयदेवमणुएहिं छब्भंगो, नोसन्निनोअसन्निजीवमणुयसिद्धेहिं तियभंगो, सलेसा जहा श्रोहिया 6 / कराहलेस्सा नीललेस्सा काउलेस्ला जहा आहारयो नवरं जस्स अस्थि एयायो, तेउलेस्साए जीवादियो तियभंगो, नवरं पुढविकाइएसु पाउवणप्फतीसु छभंगा, पम्हलेसमुक्कलेस्साए जीवादिश्रोहियो तियभंगो, अलेसीहिं जीवसिद्धेहिं तियभंगो मणुस्से छभंगा 7 / सम्मदिविहि जीवाइतियभंगो, विगलिदिएसु छन्भंगा, मिच्छदिट्टिहिं एगिदियवज्जो तियभंगो सम्मामिच्छदिटिहिं छभंगा 8 / संजएहिं जीवाइयो तियभंगो, असंजएहिं एगिदियवजो तियभंगो, संजयासंजएहिं तियभंगो जीवादियो, नोसंजयनोत्रसंजयनोसंजया