________________ 250 ] | श्रीमदागमसुधासिन्धुः :: प्रथमो विभागः दोराहं उपवाए पनत्ते तंजहा-देवाण चेव नेरइयाण चेव 1 दोगहं उब्वट्टणा पन्नत्ता तंजहा-णेरइयाण चेव भवणवासीण चेव 2 दोरहं चयणे पन्नत्ते तंजहा-जोइसियाण चेव वेमाणियाण चेव 3 दोराहं गम्भवक्कंती पन्नत्ता तंत्रहा-मणुस्साण चेव पंचेंदियतिरिक्खनोणियाण चेव 4 दोराहं गभत्थाणं थाहारे पन्नते तंजहा-माणुस्माण चेव पंचेंदियतिरिक्खजोणियाण चेव 5 दोरहं गभत्थाणं वुड्डी पन्नत्ता तंजहा--मणुस्साण चेव पंचेंदियतिरिवखजोणियाण चे 6 एवं निबुड्डी 7 विगुब्बणा 8 गतिपरियाए 1 समुग्धाते 10 कालमंजोगे 11 यायाती 12 मरणे 13 दोरहं छविपया (छवियत्ता) पन्नता तं नहा-मणुम्साण चेव पंचिंदियतिरिक्खजोणियाण चेव 14 दो सुकसोणितसंभवा पत्नत्तातंजहा-मणुस्सा चेव पंचिंदियतिरिक्खजोणिया चैव 15 दुविहा ठिनी पत्नत्ता तंजहा-कायद्विती चेव भवहिती चेव 16 दोराहं कायद्विती पन्नत्ता तंजहा-मणुस्साण चेव पंचिंदियतिरिक्खजोणियाण चेव 17 दोराहं भवद्विती पन्नत्ता तंजहा-देवाण चेव नेरझ्याण चेव 18 दुविहे ग्राउए पन्नत्ते तंजहा-- श्रद्धाउए चेव भवाउए चेव 11 दोराहं श्रद्धाउए पन्नत्ते तंजहा-मणुस्साण चेत्र पंचेंदियतिरिक्खजोणियाण चेव 20 दोराहं भवाउए पन्नत्ते तंजहा-- देवाण चेव णेरइयाण चेत्र 21 दुविहे कम्मे पन्नत्ते तंजहा-पदेसकम्मे चेव अणुभावकम्मे चेत्र 22 दो अहाउयं पालेंति तंजहा-देवच्चेव नेरइयच्चैव 23 दोरहं ग्राउयसंवट्टए पन्नत्ते तंजहा मणुस्साण चेव पंचेंदियतिरिक्खजोणियाण चेव 24 ॥सू० ८५॥जंबूहीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरदाहिणेणं दो वासा पनत्ता तंजहा-बहुसमतुल्ला अविसेसमणाणत्ता अन्नमन्नं णातिवटैति श्रायामविक्खंभसंठाणपरिणाहेणं तंजहा-भरहे चेव एरवए चेव, एवमेएणमहिलावेणं हिमवए चेव हेरन्नवते चेव, हरिखासे चेव रम्मयवासे चेव, जंबुद्दीवे दीवे मंदरम्स पब्वयस्म पुरच्छिमपचत्थिमेणं दो खित्ता पन्नत्ता तंजहा-बहुपमतुल्ला अविसेस जाव पुवविदहे चेव अवरविदेहे चेव, जंबूमंदरस्स