________________ 432 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः। प्रथमो विभागः भिक्खुपडिमा एगासीते रातिदिएहिं चउहि य पंचुत्तरेहिं भिक्खासतेहि अधासुत्ता जाव बाराहिता तावि भवति / / सू० 687 // णवविधे पायच्छित्ते पन्नत्ते तंजहा-बालोयणारिहे जाव मूलारिहे श्रणवठप्पारिहे // सू० 688 // जंबूमंदरदाहिणेणं भरहे दीहवेतड्ढे नव कूडा पन्नत्ता, तंजहा-सिद्धे 1 भरहे 2 खंडग 3 माणी 4 वेयड्ढ 5 पुन्न 6 तिमिसगुहा 7 / भरहे 8 वेसमणे 1 या भरहे कूडाण णामाई // 1 // जंबूमंदिरदाहिणेणं निसभे वासहरपवते णव कूडा पन्नत्ता, तंजहा-सिद्धे 1 निसहे 2 हरिवास 3 विदेह 4 हरि 5 धिति 6 अ सीतोता 7 / अवरविदेहे 8 रुयगे 1 निसभे कूडाण नामाणि // 1 // जंबूमंदरपब्बते णंदणवणे णव कूडा पन्नत्ता, तंजहाणंदणे 1 मंदरे 2 चेव निसहे 3 हेमवते 4 रयय 5 रुयए 6 य / सागरचित्ते 7 वइरे 8 बलकूडे 1 चेव बोद्धव्वे // 1 // जंबूमालवंतवक्खारपवते णव कूडा पन्नत्ता, तंजहा-सिद्धे 1 य मालवंते 2 उत्तरकुरु 3 कन्छ 4 सागरे 5 रयते 6 / सीता 7 तह पुराणाणामे 8 हरिस्सहकूडे 1 य बोद्धब्वे // 1 // जंबूमालवंतवक्खारपवते कच्छे दीहवेयड्ढे नव कूडा पन्नत्ता तंजहा-सिद्धे 1 कच्छे 2 खंडग 3 माणी 4 वेयड्ड 5 पुण 6 तिमिस गुहा 7 / कच्छे 8 वेसमणे या 1 कच्छे कूडाण णामाई // 1 // जंबूमालवंत. वक्खारपव्वते सुकच्छे दीहवेयड्ढे णव कूडा पन्नत्ता, तंजहा-मिद्धे 1 सुकच्छे 2 खंडग 3 माणी 4 वेयड्ड 5 पुन्न 6 तिमिसगुहा 7 / सुकच्छे 8 वेसमणे 1 ता सुकच्छि कूडाण णामाइं // 1 // एवं जाव पोक्खलावतिमि दीहवेयड्ढे, एवं वच्छे दीहवेयड्ढे एवं जाव मंगलावतिमि दीहवेयड्डे / जंबूविज्जुप्पभे वक्खारपब्वते नव कूडा पन्नत्ता, तंजहा-सिद्धे 1 अ विज्जुणामे 2 देवकूरा 3 पम्ह 4 काग 5 सोवत्थी 6 / सीतोताते 7 सजले 8 हरि. कूडे 1 चेव बोद्धब्बे // 1 // जंबूविज्जुप्पभे वक्खारपवते पम्हे दीहवेयड्ढे णव कूड़ा पन्नत्ता, तंजहा-सिद्धे 1 पम्हे 2 खंडग 3 माणी 4 वेयड्ड 5