________________ 254 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः प्रथमो विभागः प्पिया ! मा पडिबंध करेहि, तए गां से उदए पेढालपुत्ते समणस्स भगवत्रो महावीरस्स अंतिए चाउज्जामाश्रो धम्मायो पंचमहब्बइयं सपडिकमयां धम्म उपसंपजित्ता गां विहारइ तिबेमि 6 // सूत्रं 81 / / इति नालंदइज्जं सत्तम अज्मयां समत्तं / इति सूयगडांगबीयसुयक्खंधो समत्तो थापं० 2100 // इति समममध्ययनम् // 27 // इति दितीयः श्रुतस्कन्धः / / 2 / / इति द्वितीयं सूत्रकृताङ्गम् // 2 // ..