________________ * अनुक्रमः * // 1 // प्रथम ब्रह्मचर्य श्रुतस्कंधः मम अध्ययन- माम पृष्ठ क्रम अध्ययन नाम पृष्ठ 1 शस्त्रपरिज्ञा (उद्देशा-७) . 1 6 घून (उद्देशा-५) 28 2 लोकविजय (उद्देशा-६) 7 महापरिज्ञा (व्युच्छिन्नम्) . .. 3. शीतोष्णीय . (उद्देशा-४) .. 16. 8 विमोक्ष . (उद्देशा-८) .... 33 5 सम्यक्त्व (उद्देशा-४) 19 6 उपधान श्रुत (उद्देशा-४) .. 5 लोकसार (उद्देशा-६) . 23 // 2 // हितोयोऽग्र-श्रुतस्कंधः प्रथमाचूलिका-- 1 (1) पिण्डेसणा(उद्देशा-११) . 47 5 14) वस्त्रैषणा (उद्देशा-२) 99 2 (11) शय्यैषणा (उद्देशा-३) 71 6 (15) पात्रषणा (उद्देशा-२) 105 3 (12) ईर्या (उद्देशा-३) 83 7 (16) अवग्रह-प्रतिमा(उद्देशा-२) 108 4 (13) भाषा जात(उद्देशा-२) द्वितीया चूलिका 1 (17) स्थान 113 5 (21) रूप 2(18) निषीधिका 114 6 (22) परक्रिया 3 (16) उच्चार प्रश्रवणा 114 7 (23) अन्योन्यक्रिया 124 4 (20) शब्द 118 तृतीया चूलिका 1(24) भावना. चतुर्था चूलिका 1 (25) विमुक्ति कामाला .. . .. 120