________________ देविदत्यो (ix) छव्वीस जोयणसया पुढवीणं ताण होइ बाहल्लं / सणंकुमार-माहिदे रयणविचित्ता य सा पुढवी // 253 // चउवीस जोयणसयाई पुढवीणं तासि होइ बाहल्लं। सुक्के य सहस्सारे रयणविचित्ता य सा पुढवी // 261 // तेवीस जोयणसयाई पुढवीणं तासि होइ बाहल्लं / आणय-पाणयकप्पे आरण-ऽच्चुए रयणविचित्ता उ सा पुढवी // 265 // बावीस जोयणसयाई पुढवीणं तासि होइ बाहल्लं / गेवेजविमाणेसुं, रयणविचित्ता उ सा पुढवी // 269 // इगवीस जोयणसयाइ पुढवीणं तासि होइ बाहल्लं। पंचसु अणुत्तरेसुं, रयणविचित्ता उ सा पुढवी // 273 // जीवाभिगमसूत्र में यह वर्णन आंशिक कहिं पडिहया सिद्धा ? कहिं सिद्धा पइट्ठिया ? / कहिं बोंदि चइत्ताणं कत्थ गंतूण सिज्झई ? // 285 // अलोए पडिहया सिद्धा, लोयग्गे य पइट्ठिया / इहं बोंदि चइत्ताणं तत्थ गंतूण सिज्झई // 286 // जं संठाणं तु इहं भवं चयंतस्स चरिमसमयम्मि। आसी य पएसघणं तं संठाणं तहिं तस्स // 287 //