________________ व्याकरणिक विश्लेषण 105 108. अवसेसा ( अवसेस ) 1/2 नक्खत्ता ( नक्खत ) 1/2 पण्णरस ( पण्णरस ) 1/2 वि ( अ ) = पादपूरक सूरसहगया [ ( सूर )( सहगय ) भूक 1/2 अनि ] जंति* ( जा ) व 3/2 सक बारस (बारस ) मूल शब्द 7/1 वि चेव [ (च) + (एव)] व (अ) = और एव (अ) = ही मुहुत्ते ( मुहुत्त ) 7/1 तेरस ( तेरस ) मूलशब्द 7/1 वि य (अ) = और समे ( सम) 1/1 अहोरत्ते (अहोरत्ते) 7/1 * जा→जांति-जंति / 109. दो ( दो ) 1/2 चंदा ( चंद ) 1/2 दो ( दो) 1/2 सूरा (सूर ) _1/2 नक्खत्ता ( नक्खत्त) 1/2 खलु (अ) = पादपूरक हवंति (हव) व 3/2 अक छप्पन्ना (छप्पन्न ) 1/2 छावत्तरं* (छावत्तर) 2/1 वि गहसयं* [ ( गह )- ( सय ) 2/1 ] जंबुद्दीवे ( जंबुद्दीव ) 7/1 वियारी ( वियारि ) 1/2 वि णं ( अ ) = वाक्यालंकार * कभी-कभी सप्तमी विभक्ति के स्थान पर द्वितीया विभक्ति का प्रयोग पाया जाता है (हेम प्राकृत व्याकरण : 3/137) / 110. एक्कं ( एक्क ) 1/1 च ( अ ) = और सयसहस्सं ( सयसहस्स) 1/1 तित्तोसं ( तित्तोस ) 1/1 खलु ( अ ) = पादपूरक भवे ( भव) व 3/2 अक सहस्साई ( सहस्स ) 1/2 नव ( नव ) 1/2 य (अ) = और सया ( सय ) 1/2 पण्णासा (पण्णास ) 1/2 तारागणकोडिकोडोणं [ ( तारा ) - ( गण ) - ( कोडिकोडि ) 6/2]| __111. चत्तारि ( चउ ) 1/2 चेव ( अ ) = ही चंदा ( चंद) 1/2 चत्तारि ( चउ ) 1/2 य ( अ ) = और सूरिया ( सूरिय ) 1/2 लवणतोए [ ( लवण ) - ( तोअ ) 7/1 ] बारं ( बार ) 1/1 नक्खत्तसयं [ ( नक्खत्त ) - ( सय ) 1/1 ] गहाण ( गह) 6/2 तिन्नेव [ ( तिन्न ) + ( एव ) ] तिन्न (तिन्न) मूलशब्द 1/1 एव (अ) = इसी प्रकार बावन्ना ( बावन्न ) 1/2 |