________________ व्याकरणिक विश्लेषण 66. एसा (एआ) 1/1 स भवणवईणं (भवणवइ) 6/2 भवणठिई [ (भवण) - (ठिइ) 1/1] वनिया ( वन्न ) भूकृ 1/1 समासेणं (समास) 3/1 सुण (सुण) विधि 2/1 सक वाणमंतराणं (वाणमंतर) 6/2 भवणठिई [ (भवण) - (ठिइ) 1/1 ] आणुपुवीए ( आणुपुवी ) 5/1 67. पिसाय (पिसाय) मूलशब्द 1/2 भूया (भूय) 1/2 जक्खा (जक्ख) 1/2. य (अ) = और रक्खसा (रक्खस) 1/2 किन्नरा (किन्नर) 1/2 य (अ) = पादपूर्ति किंपुरिसा (किंपुरिस) 1/2 महोरगा (महोरग) 1/2 य (अ) = पादपूर्ति गंधव्वा (गंधव्व) 1/2 अविहा (अट्ठविहा) 1/2 वाणमंतरिया [ ( वाणमंतर) + (इया]] [ (वाणमंतर)(इय) 1/2 वि] 68. एते (एत) 1/2 स उ (अ) = पादपूर्ति समासेणं (समास) 3/1 कहिया (कह) भूकृ 1/2 भे (अम्ह) 1/2 स वाणमंतरा (वाणमंतर) 1/2 देवा (देव) 1/2 पत्तेयं (अ) = एक-एक करके पि (अ) = भी य (अ) = और वोच्छं (वय) = भ 1/1 सक सोलस (सोलस) मूलशब्द 1/2 इंदे (इंद) 1/2 महिड्ढिए (महिड्ढिअ) 2/2 काले (काल) 1/1 महाकाले (महाकाल) 1/1 सुरुव (सुरूव) मूलशब्द 1/1 पडिरूव (पडिरूव) मूलशब्द 1/1 पुण्णभद्दे (पुण्णभद्द) 1/1 अमरवइ (अमरवइ) मूलशब्द 1/1 माणिभद्रे (माणिभद्द)1/1 भीमे (भीम) 1/1 य (अ) = और तहा (अ) = पादपूर्ति महाभोमे (महाभीम) 1/1 - 70. किन्नर (किन्नर) मूलशब्द 1/1 किपुरिसे (किंपुरिस) 1/1 खलु (अ) = पादपूर्ति सप्पुरिसे (सप्पुरिस) 1/1 चेव [ (च) + (एव) ] च (अ) = और एव (अ) = पादपूर्ति महापुरिसे (महापुरिस) 1/1 अइकाय (अइकाय) मूलशब्द 1/1 महाकाए (महाकाअ) 1/1 गीयरई (गीयरइ) 1/1 गोयजसे (गोयजस) 1/1 चेव (अ) = पादपूरक