________________ 67 190] तइयो वग्गो गारे महादुक्करकारए चेव महानिजरतराए चेव ?" “एवं खलु, सेणिया" // 188 // __ “तेणं कालेणं 2 कागन्दी नामं नयरी होत्था...उप्पि पासायडिंसए विहरइ / तए णं अहं अन्नया कयाइ पुब्वाणुपुवीए चरमाणे गामाणुगामं दूइजमाणे जेणेव कागन्दी नयरी, जेणेव सहसम्बवणे उजाणे, तेणेव उवागए अहापडिरूवं उग्गहं उग्गिण्हमाणे संजमेणं तवसा जाव विहरामि / परिसा निग्गया, तहेव जाव पब्वइए जाव बिलमिव जाव आहारेइ। धन्नस्स णं अणगारस्स पायाणं, सरीरवण्णओ सब्वो, जाव उवसोभेमाणे 2 चिट्ठइ / से तेणटेणं, सेणिया, एवं वुच्चइ ‘इमासिं चोदसण्हं °साहस्सीणं धन्ने अणगारे महादुक्करकारए महानिज्जरतराए चेव" // 189 // तए णं से सेणिए राया सभणस्स भगवओ महावीरस्स अन्तिए एयमटुं सोचा निसम्म हट्टतुट्ठ समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ, 2 वन्दइ नमसइ, 2 जेणेव धन्ने अणगारे तेणेव उवागच्छइ, 2 धन्नं अणगारं तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ, 2 वन्दइ नमसइ, 2 2 एवं वयासी-“धन्ने सि णं, तुमं, देवाणुप्पिया, सुपुण्णे सुकयत्थे कयलक्खणे / सुलद्धे णं, देवाणुप्पिया, तव माणुस्सए जम्मजीवियफले" त्ति कट्ट वन्दइ नमसइ, 2 जेणेव समणे...तेणेव उवागच्छइ,२ समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो वन्दइ गमंसइ, 2 जामेव दिसिं पाउन्भूए तामेव दिसिं पडिगए // 19 // तए णं तस्स धन्नस्स अणगारस्स अन्नया कयाइ पुव्व- रत्तावरत्तकाले धम्मजागरियं...इमेयारूवे अज्झथिए 4