________________ अन्तगडदसासु [३२णं एगे संघाडए बारवईए नयरीए उच्चनीयमज्झिमाई कुलाई घरसमुदाणस्स भिक्खायरियाए अडमाणे 2 वसुदेवस्स रन्नो देवईए देवीए गेहे अणुपवितु // 32 // तए णं सा देवई देवी ते अणगारे एजमाणे पासइ / 2 हट्ट जाव °हियया आसणाओ अब्भुटेइ / 2 सत्तट्ठ पयाई तिक्खुत्तो आयाहिणपयाहिणं करेइ, 2 वन्दइ नमसइ, 2 जेणेव भत्तघरए तेणेव उवागया सीहकेसराणं मोयगाणं थालं भरेइ, 2 ते अणगारे पडिलाभेइ, 2 वन्दइ नमसइ, 2 पडिविसजेइ // 33 // तयाणन्तरं च णं दोच्चे संघाडए बारवईए उच्च जाव विसजेइ // 34 // तयाणन्तरं च णं तच्चे संघाडए बारवईए नयरीए उच्चनीय जाव पडिलाभेइ, 2 एवं वयासी-“किं णं, देवाणुप्पिया, कण्हस्स वासुदेवस्स इमीसे बारवईए नयरीए नवजोयण पञ्चक्खदेवलोगभूयाए समणा निग्गन्था उच्चनीय जाव अडमाणा भत्तपाणं नो लभन्ति, जं णं ताई चेव कुलाई भत्तपाणाए भुजो 2 अणुपविसन्ति ?" // 35 // तए णं ते अणगारा देवइं देवि एवं वयासी-“नो खलु, देवाणुप्पिए, कण्हस्स वासुदेवस्स इमीसे बारवईनयरीए जाव देवलोगभूयाए समणा निग्गन्था उच्चनीय जाव अडमाणा भत्तपाणं नो लभन्ति, नोचेवणं ताई ताई कुलाई दोच्चं पि तच्चं पि भत्तपाणाए अणुपविसन्ति / एवं खलु, देवाणुप्पिए, अम्हे भद्दिलपुरे नयरे नागस्स गाहावइस्स पुत्ता सुलसाए भारियाए अत्तया छ भायरो सहोयरा सरिसया जाव नलकुब्बरसमाणा अरहओ अरिटुनेमिस्स अन्तिए धम्मं सोचा संसार