________________ ....... Qoted from Pre-Dignag Ruddhist. Jogie. texts on Logic. TG.O.S. XL18) 261-82. - Indices यूक्रव्य-ध्यकम-समरधुन साधार भव यः असाधारण....------- औRE 4- अप्रवृत्ति माया ओर या अध्यावृत्त अध्यतिरेक मेर अव्यापिन् . अध्याप्ति और असम्भव घमारे दो अनतिरना बार ये 12 अयुक्त . .. अतिसंनिकर्ष. घर -अधुक्त ---- - अयुक्त --- या : अभून असत .. अपयुः कार्यसम ----- पारर यो 18 पारायः .................. डोर टोरिक कारळ हेतुदिया 2 कोष वृक्षाः सत्प्रत्ययकर्तृबल। रव्ये भर या दृष्टान्ताभास'-. ... या र भू : हेत्वानासन गावयास पावरमार हेत्वाभास शंग यूर यः पनाभाभ