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________________ विभाग] नमस्कार स्वाध्याय। 253 परिशिष्ट 4 96 भवनयोग तथा 96 करणयोग 22 तथा 23 मा वलयमां जे 96 भवनयोग तथा 96 करणयोगनो निर्देश करेलो छे ते नीचे मुजब छे-* (वलय 22 तथा 23) 1 प्रणिधानयोग 33 समाधिपरमस्थाम 65 समाधानमहाचेष्टा 5 2 प्रणिधानमहायोग 34 काष्ठास्थाम 66 समाधानपरमचेष्टा 3 प्रणिधानपरमयोग 35 काष्टामहास्थाम 67 समाधिचेष्टा 4 समाधानयोग 36 काष्ठापरमस्थाम 68 समाधिमहाचेष्टा 5 समाधानमहायोग 37 प्रणिधानोत्साह 69 समाधिपरमचेष्टा 6 समाधानपरमयोग 38 प्रणिधानमहोत्साह 70 काष्ठाचेष्टा 10 7 समाधियोग / 39 प्रणिधानपरमोत्साह 71 काष्ठामहाचेष्टा 8 समाधिमहायोग 40 समाधानोत्साह 72 काष्टापरमचेष्टा 9 समाधिपरमयोग 41 समाधानमहोत्साह 73 प्रणिधानशक्ति 10 काष्ठायोग 42 समाधानपरमोत्साह 74 प्रणिधानमहाशक्ति 11 काष्ठामहायोग 43 समाध्युत्साह 75 प्रणिधानपरमशक्ति 15 12 काष्ठापरमयोग 44 समाधिमहोत्साह 76 समाधानशक्ति 13 प्रणिधानवीर्य 45 समाधिपरमोत्साह 77 समाधानमहाशक्ति 14 प्रणिधानमहावीर्य 46 काष्ठोत्साह 78 समाधानपरमशक्ति 15 प्रणिधानपरमवीर्य 47 काष्ठामहोत्साह 79 समाधिशक्ति 16 समाधानवीर्य 48 काष्ठापरमोत्साह 80 समाधिमहाशक्ति 17 समाधानमहावीर्य 49 प्रणिधानपराक्रम 81 समाधिपरमशक्ति 18 समाधानपरमवीर्य 50 प्रणिधानमहापराक्रम 82 काष्ठाशक्ति 19 समाधिवीय 51 प्रणिधानपरमपराक्रम 83 काष्टामहाशक्ति 20. समाधिमहावीर्य 52 समाधानपराक्रम 84 काष्ठापरमशक्ति 21 समाधिपरमवीर्य 53 समाधानमहापराक्रम 85 प्रणिधानसामर्थ्य ___25 22 काष्ठावीर्य 54 समाधानपरमपराक्रम 86 प्रणिधानमहासामर्थ्य 23 काष्ठामहावीर्य 55 समाधिपराक्रम 87 प्रणिधानपरमसामर्थ्य 24 काष्ठापरमवीर्य 56 समाधिमहापराक्रम 88 समाधानसामर्थ्य 25 प्रणिधानस्थाम 57 समाधिपरमपराक्रम 89 समाधानमहासामर्थ्य 26 प्रणिधानमहास्थाम 58 काष्ठापराक्रम 90 समाधानपरमसामर्थ्य 30 .27 प्रणिधानपरमस्थाम 59 काष्टामहापराक्रम 91 समाधिसामर्थ्य 28 समाधानस्थाम 60 काष्ठापरमपराक्रम 92 समाधिमहासामर्थ्य 29 समाधानमहास्थाम 61 प्रणिधानचेष्टा 93 समाधिपरमसामर्थ्य 30 समाधानपरमस्थाम 62 प्रणिधानमहाचेष्टा 94 काष्ठासामर्थ्य 31 समाधिस्थाम 63 प्रणिधानपरमचेष्टा 95 काष्ठामहासामर्थ्य 35 32 समाधिमहास्थाम 64 समाधानचेष्टा 96 काष्ठापरमसामर्थ्य - आ ज रीते 'करणयोग'ना 96 भेदो समजी लेवा // * आ योगो मरुदेवा मातानी जेम सहज स्वभावे थाय तो भवनयोगमां गणाय छे / अने आ ज योगो जो उपयोगपूर्वक करवामां आवे तो करणयोगमां गणाय छ / 20
SR No.004340
Book TitleNamaskar Swadhyay Prakrit Vibhag
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhurandharvijay, Jambuvijay, Tattvanandvijay
PublisherJain Sahitya Vardhak Sabha
Publication Year1961
Total Pages592
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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