________________ ग्रन्थसङ्केतविवरणम् 616 तत्त्वोप०-तत्त्वोपप्लवसिंहः [गायकवाड़ सीरिज़ | धर्मसारप्रकरणम्-स्याद्वादरत्नाकरे उद्धृतम् / 455. बड़ौदा] 8,40, 58, 69, 126, 219, 300, धर्मसं०-धर्मसंग्रहणी [ आगमोदय समिति सूरत ] 341, 360, 369, 372, 377, 420, 525, 254, 640, 824. 628, 696, 698, 725, 726,728, 762, धर्मसं०-धर्मसंग्रहः [ ऑक्सफोर्ड युनि० सीरिज] 764. 602, 846, 856. तन्त्रवा०-तन्त्रवार्तिकम् | आनन्दाश्रम सीरिज पूना] धर्मसं० ३०-धर्मसंग्रहणीवत्तिः [ आगमोदय समिति 407,566-568,576, 577,579, 580, सूरत ] 553. 757,758, 760,761,767-769. धवला टी० धवलाटीका जैन साहित्योद्धारकफंड तन्त्रवा० न्यायसुकतन्त्रवार्तिकस्य न्यायसुधाव्याख्या छक्खंड० टी० अमरावती] 599, 606, 607, न्यायसु० [चौखम्बा सीरिज काशी] 622, 632, 633, 636, 638, 656, 657, 574, 577, 579, 582, 588, 592,768, 735, 7:9,800,802, 803, 806,807, 769. 856,874, 877. तन्त्ररह-तन्त्ररहस्यम् [गायकबाडसीरिज बड़ौदा] धवला० टी० वेदनाखं०-धवलाटीकायाः वेदनाखंड: 406, 408, 479, 489, 506, 577, 579, मुद्रितधवलाटीकायाः प्रस्तावनायामुल्लिखित: 582, 583, 593,666,667, 698 699, 722. ध्वन्या० टी०-ध्वन्यालोकस्य लोचनटीका [ निर्गयतर्कभा०-तर्कभाषा केशवमिश्रकृता 21, 24, 25. सागर प्रेस बम्बई ] 749. तर्कभा० मो०-तर्कभाषा मोक्षाकरगुप्तकृता [मुनि- नन्दि० मलय०-नन्दिसूत्रमलयगिरिटीका [आगमोदय पुण्यविजयसत्का लिखिता 412, 423, 443, / समिति सूरत 466, 548,674,865-867. 551, 601. नयचक्र / नयचक्रसंग्रहः [ माणिकचन्द्र ग्रन्थमाला तर्कसं० अनु०-तर्कसंग्रहः अनुमानखण्डम् 826. नयचक्रसं० बम्बई ] 23, 606, 610, 622, तर्कसं०.दी०-तर्कसंग्रहदीपिका टीका 21.496. 632, 636, 638, 686. तर्कशा०-तर्कशास्त्रम् प्रीदिङनागबद्धिष्टलॉजिकान्त- नयचक्रव०-नयचक्रवृत्तिः लिखिता [ श्वे० मन्दिर - र्गतम् गायकबाड सीरिज़ बड़ौदा 323-335. रामघाट काशी ] 369, 371, 454, 462, ता०प०-तात्पर्यटीकायाः परिशुद्धिटीका [ एशिया- 537, 553, 606, 607. 628, 636, 638, टिक सोसाइटी कलकत्ता ] 419,428.. 739,800. तैत्ति०-तैत्तिर्युपनिषत् [निर्णयसागर बम्बई] 151, नयप्रदीप:-यशोविजयग्रन्थमालान्तर्गतः [ जैनधर्म८३१. प्रसारक सभा भावनगर ] 606,692, 793. तैत्ति०-तैत्तिरिसंहिता। 761. नयरहस्यम्-यशोयिजयग्रन्थमालान्तर्गतम् 606. तोता०-तौतातितमततिलकम् [सरस्वती भवन काशी] मवतत्त्व०-नवतत्त्वगाथा 669. 568,593,720,757,759,761. नयविव०) नयविवरणम् प्रथमगुच्छकान्तर्गतम् [प्र० त्रि० प्रा०-त्रिविक्रमकृतं प्राकृतव्याकरणम् [ चौखम्बा | नयवि० / पन्नालाल चौधरी भदैनी काशी ] सीरिज़ काशी] 764. 479, 489, 506, 606, 610, 621, त्रिलोकसा०-त्रिलोकसारः [ माणिकचन्द्र ग्रन्थमाला 622, 632, 636, 638, 701-703, बम्बई ] 867,871. 721, 793. त्रिषष्ठि०-त्रिशष्ठिशलाकापुरुषचरित्रम् [जैनधर्म- | नयोप० ७०-नयोपदेशवृत्तिः यशोविजयग्रन्थमालान्तप्रसारकसभा भावनगर] 855. गता 140, 141. लोक्यदी-त्रैलोक्यदीपकम् 867. नाटघशा०-नाट्यशास्त्रम् [गायकवाड सीरिज वश०-दशवकालिकसूत्रम् [आगमोदय समिति र बड़ौदा ] 737, 756, 764. 868. नियम-निययसारः [जैनग्रन्थरत्नाकर बम्बई ] द्रव्यसं०-द्रव्यसंग्रहः [रायचन्द्र शास्त्रमाला बम्बई ] 801, 845. नैरात्म्यप०-नैरात्म्यपरिपृच्छा | विश्वभारती शान्तिधम्मप०-धम्पपदम् महाबोधि सो० सारनाथ] 778. निकेतन] 633,684,840. वात्रि-द्वात्रिंशद्वात्रिंशतिका यशोविजयकृता [ जैन- | नैषध०-नैषधीयं नरितम् [ वेङ्कटेश्वर प्रेस बंबई | धर्मप्रसारकसभा भावनगर ] 854, 855. 772. . द्रव्यानुयोगत०-द्रव्यानुयोगतर्कणा [ रायचन्द्रशास्त्र- | षष० टी०-नैषधीयचरितटीका [ वेङ्कटेश्वर प्रेस माला बम्बई ] 254, बम्बई ] 773. धर्मप०-धर्मपरीक्षा अमितगतिकृता 773.778. | न्यायकलि०-न्यायकलिका [ सरस्वतीभवन काशी] धर्मबि० टी०-धर्मबिन्दुटीका [एशियाटिक सो० 157, 310, 312-316,318-332, 335, कलकत्ता] 824. | 419,431,442,443, 496..