________________ विशिष्टशब्दसूचिः 107 सुगतादि षोडशक गण 355 / 22 | सुगतज्ञान 127 / 14; 3099 षोडशपदार्थलक्षण . 213 / 20 सुगतत्व 127116 षोढा सम्बन्धवादित्व 304 / 14 सुगतमतावलम्बिन् 476 / 10 संवरनिर्जरा 812 / 4 सुगतवचन 60102,4 संविद्रूपस्यैकस्य हर्षविषादाद्यात्मकत्वम् 1938 65411 संवृति 7 / 4 सुगतेश्वरकपिलब्रह्मन् 4115 संस्कृतशब्दवत् 762 / 10 सुगन्धिकुसुमधूपवासादिगन्ध 8557 सचेलसंयम 87511 सुरनारकादि 8667 सत्कार्यदर्शनसमाश्रयण 195 / 17 सुराभाण्डमिवाशुचि 634/20 सत्कार्यवाद 357 / 18 सूर्यतारिकातडिदादि 425 / 10 सदृश-अपरापरोत्पपत्तिनिबन्धन 245 / 20 सूर्यादिदशिन् 45218 सदृश-अपरोत्पत्तिप्रिलम्भ 636 / 11 सृष्टि 55014 सद्भावस्थापना 805 / 15 / सृष्टिक्रमकथन 151111 सप्तधा (अनुमिति) सेनावनप्रत्ययवत् 235 / 1 सप्तधातु 395 / 8 | सौगत 11212,38 / 13,5015, 71119, 81416 सप्तमपृथिवीगमन / 866 / 19 '2057,207 / 24,245 / 22, 25,266 / 10 सप्तमपृथिवीगमनकारणापुण्यप्रकर्ष 870113 35820379 / 4 / 395 / 14,396 / 1,409 / सप्तमपृथिवीगमनयोग्यता 87114 15.41335,427.12,43114,44419%3 समग्रोपाध्युपकार्यत्व 230 / 14 448 / 12,460115,482 / 17; 488 / 19; समवशरणादि 864 / 18 524 / 19,528 / 16,532 / 9,534 / 4,538 / समवशरणीयद्वितीयप्राकाराभ्यन्तरवति 855 / 11 9, 58711, 59849, 59976115 सम्यकचारित्र 808 / 6 61216617 / 16; 61812; 620 / 14; सम्यग्ज्ञान 830 / 11 629 / 25, 633 / 18,635 / 10,13,17,639 / सम्यग्दर्शन 8085 24, 643 / 17, 675 / 12, 677 / 3, 6811 सम्यग्दर्शनादित्रय 830120 15, 685 / 17, 697 / 12, 782 / 9, 785 / सम्यङमिथ्यावृष्टि 87705 9,786 / 12, 788 / 6, 79116, 793 / 12, सम्प्रज्ञातयोग 358 / 13 808 / 11,842 / 20 'सम्बन्धाभिधेयशक्यानुष्ठानेष्टप्रयोजनवन्ति 2014 | सौगतयोग 427 / 13 सम्मूच्छिमादिवत् 866 / 14 सौगतादि ' 685 / 19,72749 सयोगकेवलिन् 857 / 11 | सौत्रान्तिक 165 / 11, 279 / 12,389 / 22; सर्वज्ञाहारनिहार 855 / 14 397 / 19 सर्वज्वरहरतक्षकचूडारत्नालंकारोपदेशवत् 20 / 10 | स्त्रीनिर्वाण 865 / 13,870 / 11 सर्वार्थसिद्धि 871113 | स्त्रीलिङ्ग 869 / 14 . सहस्रारान्त 86719 स्त्रीवेद 87012 सांख्य 401849 / 15,109 / 5,113 / 16157 / स्थानत्रय 685 / 11 20; 189 / 10; 239 / 28; 265 / 11, 275 / | स्याद्वादलाञ्छितागम 634115 19279 / 8,12; 31313,3507; 394 / | स्याद्वादिन् 211 / 17,414 / 11,832 / 13 20,61802, 62717; 629 / 18, 633 / 15 / स्रग्वनितादि 163020 787 / 13; 808 / 11; 812 / 11; 819 / 17 स्वकम्बलस्य कूर्दालिकेति नामकृतम् 74317 82015;82117, 82212 | स्वप्नेन्द्रजालगन्धर्वनगर 1187 सांख्यनेगमाभास 630126 स्वप्नेन्द्रजालादिप्रत्यक्षवत् 13116 सांख्यसौत्रान्तिक 683 / 23 स्वप्नोपम 68411 सामायिकमात्रसंसिद्ध 8681 स्वात्मनि क्रियाविरोधात् 182 / 14; 1877 सारणवारणपरिचोदनादि 876 / 9 हरितालकाञ्चनादि 425 / 9 सासादनसम्यग्दृष्टि 87713 हस्तरेखादि 619 / 14 सिंताम्बर 871 / 1 / हिरण्यगर्भ 87 / 3,95 / 15 सुगत 168 / 13; 386 / 18