________________ धातुप्रदीपः / रुठ लुठ उपधाते / 338 / 33 / रोठति। लोठति / * लोठः / निर्लोठति / निर्लोठनम् / उठ इत्येके / 340 / ओठति / उवोठ / ओठः। पिठ हिंसासंक्लेशयोः / 341 / पेठति / पिठः / पेठः / शठ कैतवे च / 342 / शठति / शठः / शुठ गतिप्रतीघाते / 343 / शोठति / शोठः / कुठि च / 344 / कुण्ठति / कुण्ठः / लुठि भालस्ये / 345 / गतिप्रतिघातऽपि वृत्तिरस्य / लुण्ठति / लुण्ठः / शठि शोषणे / 3.46 / शुण्ठति / शुण्ठः। शुण्ठो। पचाद्यजन्ताद गौरादिङीष्। रुठि लुठि गतौ / 347 / 348 / रुण्ठति / रुण्ठः / लुण्ठति / लुण्ठः / चुड्ड भावकरण / 348 / चुड्डति / चुड्डा / विपि चुत् / अड्ड अभियोगे / 350 / अड्डति / अड्डिडिषति / अड्डा / किपि पत् / दोपधावेती। तथा / कडिडरपि / 351 / कड्डति / कड्डनः / क्विपि / कत् / कज्जलम् / क्रीड विहारे / 352 / क्रीड़ति / आकौड़ते। संक्रीड़ते / अनुकीड़ते / परिक्रीड़ते। अचिक्रीड़त् / क्रीड़ा / तुड़ तोड़ने / 353 / तोड़ति / अतुतोड़त् / तोड़ः / हड़ होड़ गतौ / 354 / 355 / हड़ति / अजुहड़त् / होइति / अजु- . होड़त् / हीद्यम् / रोड अनादरे / 356 / रौड़ति / अहरौड़त / रोड़ लोड उन्मादने। 357 / 358 / रोड़ति / अरुरीड़त्। रोडः / रोड़कः / रोड़ा। लोड़ति / अलुलोड़त् / लोड़ा। लोडः / डलयोरकत्वमारणाल् लोलः। अड़ उद्यमे / 358 / अति / अडः / व्यडः। व्याड़िः। अत इञ् (4 / 1 / 84) / खागतादित्वादैच्प्रतिषेधः /