________________ धातुप्रदीपः। द्राड़, धाड़, विशरण / 284 / 285 / ट्राड़ते / धाड़ते / धाड़ः। शाड़ श्लाघायाम् / 286 / शाड़ते। शशाड़े। शाड़ः / शालः। रूप. शाली। शाड़ा। शाला। इति श्रात्मनेभाषा उदात्ता अनुदात्तेतः / अथ टवर्गान्ताः परस्मैपदिनः कथ्यन्ते / शौट गर्वे / 287 / शौटति / प्रशुशौटत् / शौटीरः / (उण , 4 / 468) / शौटीरस्त्यागिधीरयोः। ___ यौट संबन्धे / 288 / यौटति / अययौटत् / यौटः। पृषोदरादित्वाद हस्खत्वे योटनमिति / मट्ट नेट स्लेट उन्मादने। 284-291 / मेटति / अमिमेटत् / मेटकम् / नेटति / अमिनेटत् / म्लेटति / अमिम्लेटत् / (50) कटे वर्षावरणयोः। 282 / कटति। अकटीत्। कटिः। कटः / कटकं बलयोऽस्त्रियाम् / कटनगर जातः / शैषिकश्छः। कटनगरीयः / कटघोषीयः / (51) ___ अट पट गतौ / 283 / 284 / अटति। आट। आटः। अटाव्यते / पटति / पटः / पटी। पाटः / रट परिभाषणे / 295 / रटति / क इति शब्द रटति करटः। लट बाल्ये / 286 / लटति / लाटः / लटा। वट वेष्टने / 287 / वटति / बटः / वटकः / वाटकः / वटिः / तुण्डिबलिवटेभः (5 / 2 / 138) / वटिभः / वाटः। हलश्चेत्यधिकरणे घज (3 / 3 / 121) / वाटिका / शट रुजाविशरणगत्यवसादनेषु / 288 / शटति / शशाट / शाटकः / शाटः। शाटी। किट खिट लासे / 288 / 300 / केटति / खेटति | खेटः। / - शिट षिट अनादरे / 301 / 302 / शेटति / सेटति / सिषेट / (50) पुस्तक मेड म्लेड इति पाठः। आमेड़ितमिति क्तप्रत्यये / “टान्समध्ये पाठस्वर्थसाम्यादिति माधवः / (51) प्राचां कटारिति (4 / 13) च्छः / अणोऽपवादः।