________________ नमस्कार स्वाध्याय [संस्कृत उद्भवः कारणं कर्ता, पारगो भवतारकः। अग्राह्यो गहनं गुह्यः, परद्धिः परमेश्वरः॥८॥ अनन्तर्द्धिरमेयर्द्धिरचिन्त्यर्द्धिः समप्रधीः। प्रायः प्राग्यहरोऽत्यग्रः, प्रत्यग्रोऽनोऽनिमोऽग्रजः॥९ प्राणकः प्रणवः प्राणः, प्राणदः प्राणितेश्वरः / प्रधानमात्मा प्रकृतिः परमः परमोदयः // 10 // इति पंचमशतप्रकाशः // 500 // महाजिनो महाबुद्धो, महाब्रह्मा महाशिवः / महाविष्णुमहाजिष्णुमहानाथो महेश्वरः॥१॥ महादेवो महास्वामी, महाराजो महाप्रभुः। महाचन्द्रो महादित्यो, महाशूरो महागुरुः // 2 // महातपा महातेजा, महोदर्को महोमयः। महाशयो(यशा) महाधामा(म), महासत्त्वो महाबलः // 3 // महाधैर्यो महावीर्यो, महाकान्तिर्महाद्युतिः / महाशक्तिर्महाज्योतिर्महाभूतिर्महाधृतिः॥४॥ महामतिर्महानीतिर्महाक्षान्तिर्महाकृतिः। महाकीर्तिर्महास्फूर्तिर्महाप्रशो महोदयः // 5 // महाभागो महाभोगो, महारूपो महावपुः / महादानो महाशानो, महाशास्ता महामहाः // 6 // महामुनिर्महामौनी, महाध्यानो महादमः / महाक्षमो महाशीलो, महायोगो महालयः // 7 // महाव्रतो महायशो, महाश्रेष्ठो महाकविः।महामन्त्री महातन्त्रो, महोपायो महानयः॥८॥ महाकारुणिको मन्ता, महानादो महायतिः। महामोदो महाघोषो, महेज्यो महसां पतिः॥९॥ महावीरो महाधीरो, महाधुर्यो महेष्टवाक् / महात्मा महसां धाम, महर्षिर्महितोदयः // 10 // महामुक्तिर्महागुप्तिर्महासत्यो महार्जवः / महाबुद्धिमहासिद्धिर्महाशौचो महावशी // 11 // महाधर्मो महाशर्मा, महात्मशो महाशयः। महामोक्षो महासौख्यो, महानन्दो महोदयः // 12 // महाभवाब्धिसन्तारी, महामोहारिसूदनः। महायोगीश्वराराध्यो, महामुक्तिपदेश्वरः // 13 // इति षष्ठशतप्रकाशः // 600 // आनन्दो नन्दनो नन्दो, वन्यो नन्धोऽभिनन्दनः / कामहा कामदः काम्यः, कामधेनुररिञ्जयः॥१॥ मनःक्लेशापहः साधुरुत्तमोऽघहरो हरः। असंख्येयः प्रमेयात्मा, शमात्मा प्रशमाकरः // 2 // सर्वयोगीश्वरश्चि(रोऽचि)न्त्यः, श्रुतात्मा विष्टरश्रवाः। दान्तात्मा दमतीर्थेशो, योगात्मा योगसाधकः // 3 //