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________________ विभाग] लघुनमस्कारचक्रस्तोत्रम् परिचय श्रीसिंहतिलकसूरिए 'लघुनमस्कारचक्रस्तोत्र'नी रचना करेली छे, तेनी एक प्रति स्व. श्रीमोहनलाल भगवानदासना संग्रहमांथी मळी हती। बीजी बुहारी, शेठ झवेरचंद पन्नाजीए करावेली नकल पाठभेदो माटे उपयोगी नीवडी हती। त्रीजी प्रति पूना भांडारकर रिसर्च इन्स्टिटयूटनी मळी हती-आ त्रणे प्रतिओने भाषानी दृष्टिए सुधारी, तेना अनुवाद साथे मूल पाठ आप्यो छ / लघुनमस्कारचक्र ए बृहन्नमस्कारचक्रनो ख्याल आपे छे पण हजी सुधी एवी कोई कृति उपलब्ध 5 थई नथी। आमां (लघु-)नमस्कारचक्रनी जे रचनानुं वर्णन करेलुं छे ते लगभग पंचनमस्कारचक्र जेवू ज छे, पाछळना वलयोमा कंईक तफावत पडे छ / एटले 'नमस्कार स्वाध्याय'ना प्राकृत विभागमा जे पंचनमस्कारचक्र [चित्र नं. 1 पृष्ठ : 212 नी सामे] आपेलं छे, तेनी साथे आ स्तोत्रना यंत्रवर्णननी सरखामणी करीशकाय। आ स्तोत्रमा केटलाक आम्नायो आपेला छे, ते पैकी गर्भाधान अने वशीकरणना आम्नायोनो 10 भाग मूळमां लीधो नथी। आ कृतिमा ध्यानविधि वगेरे उपयोगी हकीकतो आपेली छे / SATH ind AIIRAHENNAINMETHYLANER
SR No.004318
Book TitleNamaskar Swadhyay Sanskrit Vibhag
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhurandharvijay, Jambuvijay, Tattvanandvijay
PublisherJain Sahitya Vikas Mandal
Publication Year1962
Total Pages398
LanguageSanskrit, Hindi, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size10 MB
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