________________ विभाग] परमेष्ठिविद्यायन्त्रकल्पः एकोहन सिद्धाद्याः षट् तीर्थेश्वराः क्रमादथवा। चन्द्राभ-सुविध्याद्या अर्हत्-सिद्धादयः प्राग्वत् // 15 // 11. मानवी, 12. चण्डी, 13. विदिता, 14. प्रियांकुशा, 15. कंदर्पा, 16. निर्वाणी, 17. बला, 18. धारिणी, 19. धरणप्रिया, 20. नरदत्ता, 21. गांधारी, 22. अंबिका, 23. पद्मावती अने 24. सिद्धायिका-आ जैन शासनदेवीओ छे तेने क्रमशः आलेखवी। आ प्रकारे प्रत्येक पत्रमा जिनेश्वर, 5 (शासन) देव अने (शासन) देवी-एम त्रण नामो लखवां // 11-14 // . (कमळनां आठ पत्र पैकी पहेला पत्रमां-युगादिनाथाय नमः / गोमुखाय नमः। चक्रेश्वर्यै नमः। बीजा पत्रमां-अजितनाथाय नमः / महायक्षाय नमः / अजितबलायै नमः। त्रीजा पत्रमां-संभवनाथाय नमः। त्रिमुखाय नमः / दुरितार्यै नमः। चोथा पत्रमां-अभिनन्दननाथाय नमः / यक्षाय नमः / कालिकायै नमः। पांचमा पत्रमां-सुमतिनाथाय नमः / तुम्बरवे नमः / महाकाल्यै नमः। छट्ठा पत्रमां-पद्मप्रभनाथाय नमः / सुमुखाय (कुसुमाय नमः)। अच्युतायै नमः। सातमा पत्रमां-सुपार्श्वनाथाय नमः। मातङ्गाय नमः। श्यामायै नमः। आठमा पत्रमां-चन्द्रप्रभनाथाय नमः / विजयाय नमः / भृकुटयै नमः। 15 एपछी सोळ पत्रवाळा कमळमां पहेला पत्रमां-सुविधिनाथाय नमः / अजिताय नमः / सुतारकायै नमः। बीजा पत्रमां-शीतलनाथाय नमः / ब्रह्मणे नमः / अशोकायै नमः। . त्रीजा पत्रमां-श्रेयांसनाथाय नमः / यक्षेशे (मनुजाय) नमः / मानव्यै नमः। चोथा पत्रमां-वासुपूज्यनाथाय नमः / कुमाराय नमः / चण्डयै नमः। 20 पांचमा पत्रमां-विमलनाथाय नमः / षण्मुखाय नमः / विदितायै नमः / 'छट्ठा पत्रमां-अनन्तनाथाय नमः / पातालाय नमः / प्रियाङ्कुशायै नमः। सातमा पत्रमां-धर्मनाथाय नमः / किन्नराय नमः / कन्दर्पायै नमः।। आठमा पत्रमा-शान्तिनाथाय नमः। गरुडाय नमः। निर्वाण्यै नमः / नवमा पत्रमां-कुन्थुनाथाय नमः। गान्धर्वाय नमः / बलायै नमः। दशमा पत्रमां-अरनाथाय नमः / यक्षेन्द्राय (यक्षेसे) नमः। धारिण्यै नमः। अगियारमा पत्रमां-मल्लिनाथाय नमः। कुबेराय नमः। धरणप्रियायै नमः। बारमा पत्रमां-सुव्रतनाथाय नमः / वरुणाय नमः / नरदत्तायै नमः। तेरमा पत्रमा—नमिनाथाय नमः / भूकुटये नमः / गान्धायै नमः। चौदमा पत्रमा नेमिनाथाय नमः / गोमेधाय नमः / अम्बिकायै नमः। 30 पंदरमा पत्रमां-पार्श्वनाथाय नमः। पार्थाय नमः। पद्मावत्यै नमः। सोळमा पत्रमां-वीरनाथाय नमः। मातङ्गाय नमः। सिद्धायिकायै नमः। —आ प्रकारे अष्टदलकमळमां अने षोडशदलकमळमां क्रमशः नाम लखवां।) 12 सुविधाद्या अप्रतावपपाठः /