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________________ 6. धर्मोत्तरप्रदीपस्य विशेषनामसूची। 297 88 स्वप्रकाशता 64 स्वार्थज्ञान स्वभाव 104, 108 स्वार्थसम्पद स्वभावविरुद्धोपलम्भ 135 स्वार्थानुमान स्वभावविशेष 104 हीनाङ्ग स्वभावहेतु 106, 109, 114, 185 हेतु स्वारूपासिद्ध 92 हेतुदोष स्ववचननिराकृत 186 हेतुवचन स्वलक्षण 70, 75 हेत्वाभास स्वसंवेदन 39, 56,71, 119 हेय . 143, 174 189 100, 161, 223 95 222, 223, 256 174 6 धर्मोत्तरप्रदीपस्य विशेषनामसूची। अंशसंवादवादी 35, 45 कणादशास्त्र 240 अकलंक : - 246 कपिल 192, 245 अक्षपाद 6, 173, 247 कश्चित् 4, 5, 9, 18, 24, 28, 30, अध्ययन 46, 93, 108, 126, 132, अन्य 4,23,50,59,74,134,138,145 133, 144, 151, 224 अपर 9, 41 कार्पटिककर्णाट अभिधर्म . 1, 3 काव्यालंकार अभिधर्मकोश . 59, 62 काव्यालंकारवृत्ति अरिष्टनेमि 246 काश्यप अह्रीक 35, 246. कुमारिल अर्चटालोक 90 कौमारिल आचार्य 24, 29, 33, 41, 42, 54, 62, क्षपणक .. 64, 74-77, 82, 90, 98, गौड़काश्मीर 103, 108, 128, 131, 135, गौतम 245, 247 138, 140, 141, 189, चार्वाक 211, 223, 255, 256 चिरन्तनवैशेषिक आचार्यदिग्नाग 38, 42, 54, 56 जल्पमहोदधि 128, 205 ईश्वरसेन 103, 108 जितारि 149, 257 उद्द्योतकर 42, 54, 175, 183, 222 तथागत ऋषभ . 246, 248 ताथागत एक 9, 23 तार्किक कणाद 228, 229, 232, 233, 240 तीथिक 174 273, 208 6
SR No.004317
Book TitleDharmottar Pradip
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDalsukh Malvania
PublisherKashiprasad Jayswal Anushilan Samstha
Publication Year1956
Total Pages380
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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