________________ 450 उत्तराध्ययन : एक समीक्षात्मक अध्ययन समयाए समणो होइ, बम्भचेरेण बम्भणो। नाणेण य मुणी होइ, तवेणं होइ तावसो / (25 / 30) कम्मुणा बम्भणो होइ, कम्मुणा होइ खत्तिओ। बइस्सो कम्मुणा होइ, सुद्दो हवइ कम्मुणा // (25 // 31) खलंका जारिसा जोज्जा, दुस्सीसा वि हु तारिसा। जोइया धम्मजाणम्मि, मुज्जन्ति धिइदुब्बला // न वा लभेज्जा निउण सहायं, गुणाहियं वा गुणओ समं वा। एक्को वि पावाइ विवज्जयन्तो, विहरेज्ज कामेसु असज्जमाणो॥ (28) (32 / 5)