________________ उत्तराध्ययन : एक समीक्षात्मक अध्ययन रंग-चिकित्सा के आधार पर भी लेश्या के सिद्धान्त की व्याख्या की जा सकती है। रंगों की कमी से उत्पन्न होने वाले रोग रंगों की समुचित पूर्ति होने पर मिट जाते हैं। यह उनका शारीरिक प्रभाव है। इसी प्रकार रंगों के परिवर्तन और मात्रा-भेद से मन भी प्रभावित होता है / इस प्रसंग में डॉ० जे० सी० ट्रस्ट की 'अणु और आत्मा' पुस्तक द्रष्टव्य है।