________________ परिशिष्ट-१ चूर्णि की परिभाषाएँ (इस संकलन में मुख्यतः अगस्त्यसिंह स्थविर की चूर्णि और यत्र-तत्र .. जिनदास महत्तर की चूर्णि का उपयोग किया गया है ) / . श्लोक 3 शब्द एमेते अध्ययन-१ अर्थ * एवं सद्दो तहा सहस्स अत्थे....." वकारलोपो सिलोग पायाणुलोमेणं। अणियत-वित्तित्तणेण समणोतवस्सिणोश्रमुतपसीति / विहमागासं विहायसा गच्छंतित्ति विहंगमा। अणभिसंधितदायारो। " समणा समणा विहंगमा अणिस्सिया कामे 2. . वत्थ गंध अलंकारं अच्छंदा. भोए साहीणे : सिया जलियं . . : अध्ययन-२ ट्ठा सहरसरूवगंधफासा कंता विसतिणा मिति कामा। खोमदुगुल्लादीणि। कुंकुमागरुचन्दणादत्तो। केसवत्थाभरणादि। अकामगा। इंदिय विसया। अप्पाहीणे / सिया सद्दो आसंकावादी, जदि अत्थे वट्टति। न मुम्मुर भूतं / /