________________ 202 दशवकालिक : एक समीक्षात्मक अध्ययन वयंतित्ति वा गच्छंतित्ति वा एगट्ठा / ' ठाणंति वा भेदोत्ति वा एगट्ठा। चउव्विहत्ति वा चउभेदत्ति वा एगट्ठा / पेहतित्ति वा पेच्छतित्ति वा एगट्ठा। अट्ठियतित्ति वा आयरइत्ति वा एगट्ठा। कित्तिवण्णसद्दसिलोगया एगट्ठा।६।। सइयति वा सेयंति वा एगट्ठा। पडिपुन्नंति वा निरवसेसंति वा एगट्ठा / कुव्वइत्ति वा घडइत्ति वा एगट्ठा। खेमंति वा सिवंति वा एगट्ठा / 10 वोसट्ठति वा वोसिरियंति वा एगट्ठा / 1 मुच्छासदो य गिद्धिसद्दो य साधुत्ति वा एगट्ठा / 13 संगोत्ति वा इंदियत्थोत्ति वा एगट्ठा / 3 भिक्खुत्ति वा साधुत्ति वा एगट्ठा / 14 अकुडिलेत्ति वा अणिहोत्ति वा एगट्ठा / 15 आइखेत्ति वा पवेदइत्ति वा एगट्ठा / 16 महामुणीत्ति वा महानाणीत्ति वा एगट्ठा / 17 उवेइत्ति वा गच्छइति वा एगट्ठा / 17 तंतंति वा सुत्तोत्ति वा गंथोत्ति वा एगट्ठा / 1 9. णामति वा ठाणंति वा भेदत्ति वा एगट्ठा / 20. १-जिनदास चूर्णि, पृ० 324 / २-वही, पृ० 325 / ३-वही, ,, 326 / ४-वही,,, 326 / ५-वही, , 327 / ६-वही, ,, 328 / ७-वही, ,, 329 / ८-वही, ,, 329 / ९-वही, ,, 329 / १०-वही, , 326 / ११-वही, पृ० 3.44 / १२-वही, ,, 345 / १३-वही, ,, 346 / १४-वही, ,, 346 / १५-वही, , 347 / १६-वही, ,, 348 / १७-वही, ,, 348 / १८-वही, ,, 348 / १९-वही, ,, 349 / २०-वही, , 353 /