________________ 200 दशवकालिक : एक समीक्षात्मक अध्ययन उप्पिलावणंति वा प्लावणंति वा एगट्ठा / / चिक्कणंति वा दारुणंति वा एगट्ठा / 2 मन्नंति वा जाणंति वा एगट्ठा / उर्वति वा वयंति वा एगट्ठा / / / लंगलंति वा हलंति वा एगट्ठा / बहवेत्ति वा अणेगेत्ति वा एगट्ठा / / मुणित्ति वा णाणित्ति वा एगट्ठा / ' परिजभासित्ति वा परिक्खभासित्ति वा एगट्ठा / गुणोत्ति वा पज्जतोत्ति वा एगट्ठा। आदियतिति वा गेहितित्ति वा तेसि दोसाणं आयरणंति वा एगट्ठा / 10 भणियंति वा वुत्तंति वा एगट्ठा / 11 पेमति वा रागोत्ति वा एगट्ठा / 12 दारुणसद्धो कक्कससद्दो विय एगट्ठा / 3 अणुत्तरंति अणुत्तमंति वा एगट्ठा / 14 विणिच्छओत्ति वा अवितहभावोत्ति वा एगट्ठा 5 वियंजितंति वा तत्थंति वा एगट्ठा / 16 अत्तवंति वा विन्नवंति वा एगट्ठा / 17 पदंति वा भूताधिकरणंति वा हणणंति वा एगट्ठा / / 8 लयणंति वा गिहंति वा एगट्ठा / 19 णिक्खंतोत्ति वा पव्वइओत्ति वा एगट्ठा / 20 १-जिनदास चूर्णि, पृ०२३१ / २-वही, पृ०२३२॥ ३-वही, , 233 / ४-वही, , 234 / ५-वही, , 254 / ६-वही, , 261 / ७-वही, ,, 263 / ८-वही, , 264 / ९-वही, , 266 / १०-वही, , 266 / ११-वही, पृ०२७४ / 12 वही, ,, 283 / १३-वही, , 283 / १४-वही, ,, 287 / १५-वही, , 287 / १६--वही, ,, 289 / १७-वही, , 289 / १८-वही, , 290 / १९-वही, , 290 / २०--वही, ,, 293 /