________________ . 128] चाम्द्रव्याकरणम् [अजातेः-- अधूते अजातेः शील-आभीक्ष्ण्ययोः 1 / 2 / 56 / अतः उत् तत्रापिति 5 / 3 / 103 / अजाद्यतः 2 / 3 / 15 / अतः कृ-कमि-कंस-कुम्भ-पात्र-कुशाअज-अविभ्यां थ्यन् 4 / 1 / / कर्णीषु ससंख्यस्य 6 / 4 / 10 / अजि-जनि-अति-घसि-रशि-पणेः इण् अतङां णल्-अतुस्-उस्-थल-अथुस-अण्(उणादि) 1157 / अल-व-माः 1 / 4 / 11 / अजि-व्रजोः 6 / 1 / 61 / / अति 1 / 4 / 45 / अजेः वी अयु-घञ्-अप्-क्येषु 5 / 4 / 84 / अतिङि आच्च तल्लोपे 6 / 2 / 12 / अच्-हनोः सनि झलि 5 / 3 / 13 / / अतिथेः ण्यः 4 / 4 / 34 / अज्ञात-कुत्सयोः 4 / 3 / 62 / अतेः शुनः 4 / 4 / 81 // अञ् 2 / 4 / 65 / अतोऽदेङि 5 / 1 / 101 / अञ्चः 2 / 3 / 4 / अतोऽप्राच्य-भर्गादिभ्यः 2 / 4 / 106 / / अञ्चः 5 / 4 / 25 // अतो भिस ऐस् 2 / 1 / 2 / अञ्चु-युजः 1 / 2 / 50 / अतो भुवो डुतच् (उणा०) 2 / 46 / अञ्चः अनवधौ 6 / 3 / 84 / अतः अम् 2 / 1 / 24 / अञ्चो ने 5 / 4 / 113 / अतः लुक् 5 / 3 / 6 / अञ्चो लुक् 4 / 3 / 26 / . अत्यन्तसहचरिते लोकविज्ञाते 6 / 3 / 13 / अञ्जः सिचः 5 / 4 / 168 / अत्रानुनासिकः पूर्वस्य 6 / 4 / 6 / अञ्जः अलिच् (उणा०)* 173 / अत्रि-भृगु-कुत्स-वसिष्ठ-अङ्गिरस्-गोतमात् अण् 3 / 2 / 63 / 2 / 4 / 111 // अण् 3 / 3 / 44 / अतु-असोः 5 / 3 / 11 / अणः (उणा०) 1 / 6 / . अथर्वणः अण् वेदे 3 / 3 / 81 // अणि 5 / 3 / 166 / अदः 6 / 2 / 38 / अणोऽनुनासिकः 6 / 4 / 150 / अदस: फग-वुओः / 5 / 2 / 15 / अणौ चित्तवत्कर्तृकाद् णेः 1 / 4 / 138 / अदसः अत्वे दाद् उ द: मः 6 / 3 / 112 / अण् कुटिलिकायाः 3 / 4 / 17 / अदादिभ्यो लुक् 1 / 1 / 83 / अतः आतः इत् 1 / 4 / 2 / अदिशि अञ्चो वा 4 / 2 / 23 / अतः आदेः 6 / 2 / 123 / अदूरभवे 3 / 1 / 65 / अतः आद् यत्रि 6 / 2 / 39 / अदेश-कालात् अधीते 3 / 4 / 72 / अतः इञ् 2 / 4 / 16 / अदः अनुपदेशे 2 / 2 / 32 / अतः (अत्) इय् 1 / 4 / 35 / अद्यूते दिवः 6 / 3 / 85 / * 'उणा०' इत्यनेन ‘उणादि' सूच्यते / + मूलसूत्रपुस्तकपाठः /