________________ 152 जीतकल्प सभाष्य 1427. आयवयं च परवयं, णाउं संबंधती' तदणुरूवं / मम 'माता एरिसियार, ससा व धूता व णत्तादी॥ 1428. अद्धिति दिट्ठीपण्हय', पुच्छा कहणं ममेरिसी जणणी। थणखेवो संबंधो, 'विहवासुण्हाय दाणं च // 1429. एमेव य पुरिसेसु वि, पियभातादीहिँ होति संबंधो। एमेव पच्छसंथव, अद्धिति दिट्ठादि पुच्छादी॥ 1430. पच्छासंथवदोसा, सासुय-विहवादिधूतदाणं च। भज्जा 'मम एरिसिया, सज्ज 10 घातो व संगोर वा॥ 1431. संबंधसंथवेसो, एत्तो वोच्छामि संथवं वयणे। पुट्विं पच्छा व तहा, संथुणणे कुणति दाताए॥ 1432. गुणसंथवेण पुव्वं, संतासंतेण जो थुणेज्जाहि। दातारमदिण्णम्मिं१२, सो ‘वयणे संथवो पुव्विं 13 // 1433. सो एसो जस्स गुणा, पयरंति" अवारिता दसदिसासु। इहरा कहासु सुव्वति'५, पच्चक्खं अज्ज दिट्ठो, त्ति // 1434. गुणसंथवेण७ पच्छा, संतासंतेण जो थुणेज्जाहि। दातारं दिण्णम्मी, सो पच्छासंथवो वयणे१८ // 1435. 'विमलीकत णे२९ चक्खू, जहत्थतो वियरिता० गुणा .तुब्भं / ___ आसि पुरा णे संका, 'इदाणि णीसंकितं'२२ जातं // 1. धते (पिनि 222/1) / 2. एरिसिया माया (नि 1042) / 3. सुण्हा (नि)। 4. अद्धी (ता, पा, ब)। 5. “पम्हय (पा, ब, ला)। 6. “सुण्हापदाणं (पिनि 222/2) / 7. नि 1043 / 8. एतेव (पा)। , 9. सासू (पिनि 223) / 10. ममेरिसिच्चिय सज्जो (पिनि), ममेरिसि त्ति य" (नि 1044) / 11. भंगो (मु, पिनि, नि) / 12. “म्मि उ (पिनि 225), "म्मि (पा, ब, ला), "म्मी (नि)। 13. पुट्विं संथवो होति (पिनि, नि 1046) / 14. विय' (पिनि 225/1, नि)। 15. सुणिमो (पिनि, नि 1047) / 16. सि (पिनि, नि)। 17. “वेस (मु, ला, ब)। 18. होति (पिनि 226, नि 1048) / 19. कयम्ह (पिनि 226/1, नि 1049) / 20. विसरिता (नि), विचरिया (पिनि)। 21. तुझं (पा, ला, नि, मु)। 22. संपइ णिस्संकियं (पिनि, नि)।