________________ सिद्धशिला और सिद्धात्माएँ अलोक सिद्ध क्षेत्र ETTINषामामामाभाममा कोस का -1 कोस का छट्ठा भाग 333 धनुष 32 अंगुल लोकान्त -आखरी 1 कोस - -सिद्धशिला से 1 योजन ऊँचा लोकान्त 3999 कोस - 45 लाख योजन 8 योजन सिद्धशिला 12 योजन [ज्ञातव्य-लोक और सिद्धशिला दोनों शाश्वत है। इसलिये इन दोनों के बीच जो 1 योजन का क्षेत्र है, वह शाश्वत योजन है अर्थात् 1 योजन = 4000 कोस।] 5 अनुत्तर विमान बीच में सर्वार्थसिद्ध चित्र क्र.99 6 154 154 सचित्र जैन गणितानुयोग