SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 115
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अढ़ाई द्वीप सुवर्णकुला नदी रूप्यकुला नदी रुक्मी पर्वत नरकांता /नदी ऐरवत ऐश्वत क्षेत्र ईक्षुकार पर्वत बाह्य अर्थ पुष्कर द्वीप शिखरी पर्वत रक्तावती नदी शिखरी पर्वत दीवैतादा दी वस्तका हेरण्यवय क्षेत्र पर्वत नारीकांता नदी हण्यवयन रम्यकवास क्षेत्र SHAHPA म्यकवास क्षेत्र नीलवंत पर्वत इक्षकार पर्वत नीलवंत पर्वत कालोदधि समुद्र अर्धपष्कर द्वीप बाह्य अर्ध पुष्कर द्वीप जीवन पर्वत धातका खडा जोग्न उनाका ITREARROTAS लवण समुद्र -Prahptoh सीता मुखवन का.महाविदेह क्षेत्र % 3महाविदेह क्षेत्र "जम्बूद्वीप पश्चिम-अर्धपष्करद्वीप तिगिन्छन्द्रह निषध पर्वत भरत क्षेत्र भरत क्षेत्र हिारकातान निषध पर्वत ईक्षकार पर्वत हरिवास हरिवास बाहा अर्थ पुष्कर द्वीप क्षेित्र कालोदधि समुद्र शहितीशान सहाहमवनपत -सिंधु नदी सिंध नदी दीर्घ वैताठा पर्वत 5 हमवय चूलहिमवंत पर्वत पर्वत ईक्षुकार पर्वत भरत क्षेत्र दीर्घ वैताका चूलहिमवंत पर्वत भरत क्षेत्र भरत क्षेत्र बाहा अर्ध पुष्कर द्वीप कर्मभूमि के क्षेत्र 5 भरत क्षेत्र अकर्मभूमि के क्षेत्र 5 हेमवय क्षेत्र 5 हेरण्यवय क्षेत्र 5 हरिवास क्षेत्र 5 रम्यक्वास क्षेत्र 5 देवकुरु 5 उत्तरकुरु 5 ऐरवत क्षेत्र चित्र क्र.59 5 महाविदेह क्षेत्र - अढ़ाई द्वीप में हाथी और सिंह की आयुष्य मनुष्य की आयु के बराबर होती है। घोड़े की आयु मनुष्य की आयु का चौथा भाग, बकरे-मेंढ़े की आयु आठवाँ भाग, गाय, भैंस, ऊँट, गधे की आयु पाँचवाँ भाग और कुत्ते की आयु दसवाँ भाग समझना चाहिए। (चित्र क्रमांक 59) सचित्र जैन गणितानुयोग 93
SR No.004290
Book TitleJain Ganitanuyog
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayshree Sadhvi
PublisherVijayshree Sadhvi
Publication Year2014
Total Pages208
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size38 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy