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________________ 80 वनस्पतियों के स्वलेख उच्च आवर्धन-वृद्धिलेखी (Crescograph) मैं एक ऐसा यन्त्र बनाने में सफल हुआ हूँ जिससे तत्काल ही वृद्धि का निरूपण हो जाता है / यह दस हजार गुना आवर्धन करता है। इसके द्वारा एक घोंघे की गति द्रुतगामी रेलगाड़ी की तरह हो जायगी। IVE चित्र ४७-उच्च आवर्धन-वृद्धिलेखी। 'P', पौधा; 'C' घंटीवत् क्रिया प्रदोलन युक्ति, जिसके द्वारा धूमित काँच पट्ट. इधर से उधर घूमता है। इस उच्च आवर्धन वृद्धिलेखी में दो हस्तकों वाली प्रणाली है। प्रथम सौ गुना आवर्धन करता है तथा द्वितीय, प्रथम को सौ गुना बढ़ाता है। इस तरह समस्त आवर्धन दस हजार गुना हो जाता है (चित्र 47) / इसका अभिलेख एक धूमित काँचपट्ट पर लिया जाता है। यह पट्ट एक प्रदोलन-योजना द्वारा आगे-पीछे नियमित
SR No.004289
Book TitleVanaspatiyo ke Swalekh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJagdishchandra Vasu, Ramdev Mishr
PublisherHindi Samiti
Publication Year1974
Total Pages236
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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