________________ तंत्रिका का स्थान-निर्धारण 186 चित्र ११५-मेढक को तंत्रिका में तापीय धनुस्तम्भ के पश्चात प्रभाव के रूप में अनुक्रिया के विस्तार की वृद्धि का अभिलेख। प्रथम तीन अनुक्रियाएँ स्वाभाविक हैं। तब लघुतापीय धनुस्तम्भ दिया जाता है और उसके परिणामस्वरूप जो प्राथमिक उद्दीपना की अनुक्रियाएँ होती हैं, वे बढ़ जाती हैं। चित्र ११६-धनुस्तम्भ के प्रभाव का चित्रीय अभिलेख / यह पांग की तंत्रिका में स्वाभाविक अनुक्रिया को बढ़ाता है।