________________ आम्र वृक्ष का रुदन 143 जाता है / आन्तरिक दाब के परिवर्तन का चाहे बढ़ना हो या घटना, एक स्वलेखनदाबमापी को वृक्ष के तने में बाँधकर सतत अभिलेख लिया जा सकता है। किसी भी समय दाब वृक्ष में जल की सापेक्षिक घट-बढ़ पर निर्भर रहता है। मृदा से जल का प्रचूषण होता है और जैसा कहा जा चुका है, पंप-क्रिया द्वारा तने के चित्र ८१--'रुदन' करते हुए आम्र वृक्ष का दृश्य / तोर द्वारा चिह्नित छोटे. छिद्र के साथ स्राव-दाबमापी वृक्ष से संयुक्त है। ऊपर तक भेजा जाता है। तापमान की वृद्धि के साथ इसकी सक्रियता की वृद्धि सीमित होती है। मैं अधिकतम तापमान के समय को 'तापीय मध्याह्न' कहूँगा और निम्नतम तापमान के समय को 'तापीय प्रातः'। स्वाभाविक स्थिति में बंगाल में