________________ वनस्पतियों के स्वलेख 138 चित्र ७६--उप-बल्य प्रादर्श में वैद्युत स्पन्दन की वृद्धि पर प्रकाश की उद्दीपना का प्रभाव। (D), अन्धकार में मन्द उद्दीपना; (L), प्रकाश में अधिक उत्तेजना; (D'), पुनः अन्धकार द्वारा निम्नन / करती है और बाद में उसे रोक देती है। मैंने यह भी देखा कि क्लोरोफार्म के प्रयोग द्वारा रस-उत्कर्ष आरम्भ में तो बढ़ता है, किंतु बाद में घटकर रुक जाता है / क्लोरोफार्म के प्रयोग द्वारा प्रेरक स्तर के विद्युत्-स्पन्दनों का अभिलेख समानान्तर प्रतिक्रियाएँ बताता है / प्रारम्भिक वृद्धि के बाद स्पन्दन के कम होने और रुकने की क्रिया होती है (चित्र 80) /