________________ 195 मेउड़ी फा० परंगुष्ठ, अँ० फाइवलिव्ड चेष्टटी-Fiveleaved Chastetree, और लै० विटक्सा नगुंडा-Vitexa Negunda. विशेष विवरण-मेउड़ी के वृक्ष बगीचे और जंगलों में विशेष पाए जाते हैं / इसका वृक्ष दस से बीस फीट तक ऊँचा पाया जाता है / इसकी पत्ती अरहर की पत्ती के समान होती है / एकएक डंठी में पाँच-पाँच पत्तियाँ होती हैं। यह पत्तियाँ ऊपर कुछ नीलापन लिए हरी और दूसरी ओर सफेद होती हैं / मेउड़ी को अनेक जातियाँ हैं / कुछ पर काले और कुछ पर सफेद फूल आते हैं / फल आम की बौर के समान गुच्छेदार और केसरिया रंग के होते हैं / इसकी जड़, पत्ती और बीज का उपयोग औषध के लिए होता है। . गुण-कटूष्णा नीलनिर्गुण्डी तिक्ता रूक्षा च कासजित् / श्लेष्मशोफशरीरातिप्रदराध्मानहारिणी ॥-रा० नि० नीली मेउड़ी-कटु, उष्ण, तीती, रूखी तथा खाँसी, कफ, शोथ, शरीर की पीड़ा, प्रदर और अध्माननाशक है / गुण-निर्गुण्डी कटुका तिक्ता रूक्षोष्णा च कषायका / स्मृतिप्रदा नेत्रहिता केश्या लध्वग्निदीपनी // मेध्या वर्ष्या च संप्रोक्ता गुदवातक्षयापहा / सन्धिवातं च वातं च शोफ वामं कृमीस्तथा // कुष्ठ कर्फ व्रणं प्लीहां गुल्मं कण्ठरुज तथा / विषशूलं चारुचिं च ज्वरमेदोरुजं तथा //