________________ वनस्पति-विज्ञान 180 (2) प्रदर में-ताजी मुसली खाकर ऊपर से मिनी और दूध पीना चाहिए। (3) संग्रहणी में-मुसली-छाछ अथवा चावल की धोअन के साथ एक तोला तक पीना / ___(4) दूध बढ़ाने के लिए दूध के साथ मुसली का चूर्ण सेवन करना चाहिए। (5) धातुवृद्धि के लिए-मुसली का चूर्ण, शहद, मिश्री और दूध मिलाकर पीना चाहिए। करंज सं० करज, हिं० ब० करंज, म० चापड़ाकरंज, गु० करंज, क० नापसीयमरतु, ता० पुंगामारम्, तै० कंज, अॅ० स्मथ लिब्ड पोनगोमिया-Smooth Leaved Pongamia, और लै० पोनगोमिया ग्लेबा-Pongamia Globra. विशेष विवरण-करंज के बहुत बड़े-बड़े वृक्ष वन में होते हैं। फल भी नीले रंग के झुमकेदार होते हैं। इसके पत्तों से दुर्गन्ध निकलती है / इसका फूल आसमानी रंग का होता है। लोग इसे रास्ते में छाया के निमित्त लगाते हैं। इसकी छाया शीतल और सुखद होती है। इसका पेड़ घना होता है / . इसके बीज का तैल चिराग जलाने के काम आता है /