________________ वनस्पति-विज्ञान 156 छोटे-छोटे होते हैं / फूल दुपहरिया के फूल से मिलता-जुलता होता है / सफेद फूलवाली को श्वेत शंखपुष्पी और नीले फूलवाली को विष्णुकान्ता कहते हैं / इसका पेड़ एक हाथ तक ऊँचा होता है / इसके फूल का आकार शंख के समान होता है / फूलों के भेद से यह तीन प्रकार की होती है / इसमें सफेद, नीले और भरे रंग के फल आते हैं। गुण-शंखपुष्पी कषायोष्णा कफकुष्ठविनाशिनी / रसायनी सरा दिव्या लालाहृल्लासजूर्तिहा // लक्ष्मीमेधाबलाग्नीनां वर्द्धिनी कथिता बुधैः / -शा. नि० शंखाहुली-कषैली, गरम; कफ और कुष्टनाशक, रसायन, सारक, दिव्य; लार, उबकाई और ज्वरनाशक; लक्ष्मी, बुद्धि और अग्निवर्द्धक कही गई है। गुण-शुभ्रा च शंखिनी मेध्या शीतला वश्यसिद्धिदा / रसायनी सरा स्वर्या किञ्चिदूष्णां च तूवरा // स्मृतिकान्तिबलाग्नीनां वर्द्धिनी कटुका मता / पाचकायुः स्थिरकरी मागल्या पित्तनाशिनी // विषदोषमपस्मारं कर्फ कृमिविषं हरेत् / कुष्ठलूतात्रिदोषनी ग्रहदोषस्य नाशिनी // सर्वोपद्रवहा प्रोक्ता रक्ता नीला गुणैः समा।-नि० र० सफेद शंखाहुली-बुद्धिदायक, शीतल, वश्य, सिद्धिदायक, रसायन, सारक, स्वर्य, किंचित् उष्ण, कषैलो; स्मृति,