________________ सन्दर्भ 1. जैन, अभयप्रकाश (डॉ.) का लेख 'आइंस्टीन : कितने ज्ञात/कितने अज्ञात' 'तीर्थंकर' दिसम्बर 2004 के अंक में पृ.-15 पर प्रकाशित। 2. बागला, भवानी शंकर प्रस्तावना आर्थिक विषमताएँ'- अर्थशास्त्री अमर्त्यसेन की पुस्तक। 3. सेन, अमर्त्य, आर्थिक विषमताएँ' पृ.-17 4. सेन, अमर्त्य, गरीबी और अकाल' पृ.-29 5. सेठ, एम.एल, अर्थशास्त्र के सिद्धान्त पृ.-11, प्रकाशक - लक्ष्मीनारायण अग्रवाल - आगरा 6. मालवणिया, दलसुख (पं.), आगम युग का जैन दर्शन प. 112-113 7. तत्वार्थ भाष्य 1/35 8. वही 1/35 9. केंज, जे.एम. - 'स्कॉप एंड मेथड ऑफ पोलिटिकल इकोनोमी' पृ.-172 10. सूत्रकृतांग सूत्र 1/1/2/23 11. जैन, प्रेम सुमन (प्रो.) जैन धर्म और जीवन मूल्य, पृ. 27-28 12. सन्मति तर्क प्रकरण काण्ड 3, गाथा 69 13. औपपातिक सूत्र-56 14. उत्तराध्ययन सूत्र 20/37 15. उत्तराध्ययन सूत्र के 29वें अध्ययन 'सम्यक्त्व पराक्रम' में सम्यक्-पुरुषार्थ के 73 बिन्दु दिये गये हैं। 16. अमोलक ऋषि (आचार्य), जैन तत्व प्रकाश पृ.- 478 मिथ्यात्व के 25 प्रकारों में 24वाँ अक्रिया मिथ्यात्व'। 17. सूत्रकृतांग सूत्र 1/2/1/4, देखें - आचारांग 12/6, भगवती 2/5, 18. भगवती सूत्र 7/10 प्रकारे (262)