________________ 41. चारित्रपाहुड - 22 42. आचार-सार 5-70 43. अमतचन्द्र, आचार्य, पुरुषार्थसिद्ध्युपाय-136 44. घासीलालजी, आचार्य, उपासकदशांग सूत्र टीका। 45. उवासगदसाओ 1/50 46. महाप्रज्ञ, आचार्य, महावीर का अर्थशास्त्र, प.-47 47. भगवती सूत्र शतक 7, उद्देशक 2 48. उवासगदसाओ 1/22-38 49. उवासगदसाओ 1/51 50. 'सचित्तहारं खलु सचेतनं मूल कन्दादिकम्' - श्रावकप्रज्ञप्ति टीका-286 51. उवासगदसाओ 1/51 52. जैन, सागरमल (डॉ.) जैन, बौद्ध तथा गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन, भाग 2, पृ.-287 53. उपासकदशांग टीका पृ. 39 54. जैन, सागरमल (डॉ.) जैन, बौद्ध तथा गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन, भाग 2, पृ.-288 55. उपासकदशांग टीका पृ. 39, योग शास्त्र 3/104, त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्र 9/3/339 56. उपासकदशांग टीका प. 39, योग शास्त्र 3/105, त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्र 9/3/340. देखें - अन्तिम अध्याय में स्फोट-कर्म और खनन पर विचार। 57. उपासकदशांग टीका पृ. 39-40, योगशास्त्र 3/106, त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्र 9/3/341 58. योगशास्त्र 3/107, त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्र 9/3/342 59. जैन, सागरमल (डॉ.) जैन, बौद्ध तथा गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक ... अध्ययन, भाग 2, पृ.-288 (209)