________________ सन्दर्भ आवश्यकचूर्णि भाग-2 2. आयारवंत-चेइय-जवइ-विविह-सण्णिविट्ठबहुला - औपपातिक सूत्र-2 3. अन्तकृतदशासूत्र 6/3/4 जैन, जगदीशचन्द्र (डॉ.) आगम साहित्य में भारतीय समाज, प.-128 प्रज्ञापना 1/20, 23, 25 बहत्कल्पभाष्य 1.1239 7. ज्ञाताधर्मकथांग 8/23 8. ज्ञाताधर्मकथांग 8/35 1. आवश्यकचूर्णि भाग-2 10. ज्ञाताधर्मकथांग पहला अध्ययन 11. प्रज्ञापना 1/23, 25 एवं आचारांग सूत्र 2/1/8/266 12. उपासकदशांग 7/208, विपाक-सूत्र (2/9) से हस्तिनापुर नगर में सहस्राम्र . वन होने की सूचना मिलती है - 13. बहत्कल्पभाष्य 1.872 14. आचारांग सूत्र 2/1/8/44 15. प्रज्ञापना 1/40 एवं औपपातिक सूत्र 2 16. श्रावक के 7वें व्रत में 15 कर्मादान 17. ज्ञाताधर्मकथांग 13वाँ अध्ययन 18. जैन, दिनेन्द्र चन्द्र (डॉ.) इकोनोमिक लाइफ इन एंशेंट इंडिया एज़ डेपिक्टेड इन जैन कैनोनिकल लिटरेचर, प. 30-31 19. ज्ञाताधर्मकथांग 1/85 20. उत्तराध्ययन चूर्णि 1/26 (115)