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________________ Racecaceece Racece परिशिष्ट හ හා හ හ හ හ හ හ හ හ හ 6 77 गाथा: गिण्हइ य काइएणं घितूण संकलं सो...चक्क चित्तूण संकलं सो...महु चउहि समएहि लोगो चत्तारि गाउयाइं अट्ठाई चारण आसीविस केवली छष्टुिं हिट्ठिम मज्झिम जं केसवस्स उ बलं तं . जावइया तिसमयाहारगस्स णेरइय देव तित्थंकरा य तप्पागारे पल्लग पडहग तिविहंमि सरीरंमि 230 / .230 181 264 गाथा सं. पृष्ठ सं. गाथाः गाथा सं. पृष्ठ सं. 7 75 | भरहंमि अद्धमासो जंबू . 34 190 74: 283 भासग परित्त पज्जत्त .. 15 103 72 283 भासासमसेढीओ 11 94 मणपज्जवनाणं पुण 47 226 मूअं हुंकारं वा __23 165 70 273 विबुहायार जहण्णो वट्टो 237 वुड्डी वा हाणी वा . _59 249 283 सक्कीसाणं पढमं दुच्चं च . सव्वबहुअ-अग्गिजीवा / 31 185 संखाईओ खलु ओही 25 - 169 संखिज्जमणोदव्वे भागो 42 214 संखिज्जमसंखिज्जो पुरिस 200 संखेज जोयणा खलु 52 234 214 संखिजंमि उ काले , संतपयपरूपणया 13 103 सागरामणागारा ओहि 65 262 सुत्तत्थो खलु पढमो . 167 179 सुयनाणे पयडीओ __ 16 139 142 सुस्सूसइ पडिपुच्छइ ____22 163 222 सुहुमो य होइ कालो 37 199 5 57 सोलस रायसहस्सा 71 283 हत्थंमि मुहत्तत्तो दिवसंतो 33 190 तेआ भासादव्वाण अन्तरा तेयाकम्मसरीरे तेआदव्वे दव्याओ असंखिज्जे संखेज्जे 261 दो सोला बत्तीसा सव्यबलेण 283 176 नाणदंसणविब्भंगे नामं ठवणा दविए पत्तेयमक्खराइं अक्खर परमोहि असंखिज्जा लोग पुढे सुणेइ सई फड्डा य अणुगामी फड्डा य असंविज्जा बाहिरलंभे भज्जो दव्वे 253 60 253 62 257 306 (r)(r)R@n@R(r)(r)(r)(r)(r)(r)(r)(r)(r)
SR No.004277
Book TitleAvashyak Niryukti Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSumanmuni, Damodar Shastri
PublisherSohanlal Acharya Jain Granth Prakashan
Publication Year2010
Total Pages350
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_aavashyak
File Size10 MB
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