________________ अर्ह आचार्य भद्रबाहु विरचित आवश्यक-नियुक्ति [आचार्य हरिभद्रसूरि-रचित वृत्ति सहित] (पूर्वपीठिका) (प्रथम खण्ड) सम्प्रेरक, संयोजक एवं प्रमुख सम्पादकः 3. भा. प्रवर्तक पू. श्री सुमन कुमार जी म. सा. 'प्रजामहर्षि - हिन्दी अनुवाद व विवेचना : प्रो. डॉ. दामोदर शास्त्री आचार्य, जैनविद्या एवं तुलनात्मक धर्म व दर्शन विभाग जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय, लाडनूं-341306 (नागौर, राज.) प्रकाशक आचार्य श्री सोहनलाल जैन ग्रन्थ प्रकाशन अम्बाला शहर-134003 (हरियाणा) ई. 2010