________________ भाषाटीकासमेत। (21) वायविडंग,रास्ना,देवदारु और खिरटी ये बराबर भाग ले वाको चूर्णकर सहतके संग खायवेसों कास श्वास कफ इनको दूर करे // 7 // अथ कासश्वासे काथः॥ वासानागरमुस्तानि भार्ग भूनिम्बनिम्बजैः। मधुनासहितः काथः श्वसनं कसनं हरेत् // 8 // भाषाटीका // अडूसो, सोंठ, नागरमोथा, भारंगी, चिरायतौ, नीमकी छाल ये सब बराबर भाग ले काढाकर सहतके संग पीवेसो कास श्वासको दूर करे // 8 // __ अथ कासश्वासे गुटी॥ फलत्रयं नागरदारु कृष्णा विषाभयावेलसुवर्णबीजैः। दिनत्रयं भंगरसैविमर्थ कार्यागुटी श्वासकफापहारी // भाषाटीका // हरड़, बहेडे, आवरे, सोंठ, देवदारु, पीपल, वेलिया मीठो, शुद्धतेनो, हरड, मिर्च धतूरेके बीज ये सब समानभाग ले तीनदिन भांगरेके रसमें घोट गोली करनी ये गोली श्वास कफको दूर करे है // 9 // अथ कासश्वासावलेहः // सगुडः कटुतैलेनावलेहः श्वासकासजित् // यथाक्षौद्रान्वितं व्योषचूर्ण श्वासकफापहम् // 10 // भाषाटीका // गुड कडुएतेलमें औंटाय चाटवे सों