________________ RTE D जीव विचार प्रकरण SHARTI विष्टा के कीडे - विष्टा में उत्पन्न होने वाले जीव जो मुख से जमीन में बडे-बडे छिद्र करते हैं। कुंथु - इन जीवों की उत्पत्ति महावीर प्रभु के निर्वाण के पश्चात् हुई थी / ये बहुत ही छोटे एवं शूद्र जीव होते हैं। अनाज के कीडे - गेहूं आदि अनाजों (धान्य) में पैदा हाने वाले रक्तवर्णीय छोटे - छोटे जीव / गोपालिका - एक प्रकार का अप्रसिद्ध जीव / इलिका - चावल आदि में पैदा होने वाला जीव, जो लट रुप होता है / इसे सुरसली भी कहते है। इन्द्रगोप - वर्षाकाल के प्रारंभ में पैदा होने वाला लाल रंग का जीव / इनके अलावा भी अनेक त्रीन्द्रिय जाति के जीव होते हैं। ___चतुरिन्द्रिय जीवों के भेद .. गाथा चउरिन्दिया य बिच्छू टिंकुण भमरा य भमरिया तिहा। मच्छिय डंसा मसगा, कंसारी कविल डोलाइ // 18 // अन्वय बिच्छू टिंकुण भमरा भमरिया तिड्डा य मच्छिय -डंसा मसगा कंसारी कविल. य डोलाइ चउरिन्दिया // 18 // संस्कृत छाया चतुरिन्द्रियाश्च वृश्चिको ढिंकुणा भ्रमराश्च भ्रमरिकास्तिङः / मक्षिका दंशा मशका: कंसारिका कपिलडोलकादयः // 18 // शब्दार्थ चउरिन्दिया - चतुरिन्द्रिय य - और बिच्छू - बिच्छू ढिंकुण - ढिकुण