________________ परुवयारम्मि परदुक्खभंजणविक्कमक्कनरिंदस्स कहा-९५ CG नियदेसाओ दूरीकओ कटेण मञ्चुमावन्नो / एवं जो परम्मि जारिसं चिंतेइ विहेइ य सो तारिसं फलं पावेइ / विक्कमक्कराया नियरज्जं अंगीकरिऊणं सम्मं पालंतो सुही जाओ / उवएसो हंतुणो परदुक्खस्स, णायं विक्कमराइणो / सोचा भवेह तुम्हे वि, सयोवयारतप्परा / / 2 / / परुवयारविहाणम्मि परदुहभंजणविक्कमक्करायस्स पंचानउइयमी कहा समत्ता / / 95 / / -विक्कमचरियाओ