________________ नवमी दाणविलम्बोवरिं जुहिट्ठिलभीमसेणाणं कहा ------------- 'दाणधम्मस्स वेलाए, विलंबं न समायरे / ' कल्ले दाणं पयच्छिस्सं, जुहिट्ठिलवयं जहा / / 1 / / जुहिट्ठिलमहानरिंदो मज्झण्हं जाव पइदिणं दाणं देइ / एगया को वि निद्धणो माहणो बहुदूराओ आगच्च जुहिट्ठिलदाणसालाए समत्तपाए मज्झण्हसमए पविट्ठो / पंचेव पंडवा दाणसालाए विज्जंति / तया धम्मपुत्तेण माहणस्स उत्तं- कल्ले दाहिमि' / एवं सोच्चा निरासो बंभणो गओ / तया भीमसेणेण चिंतिअं-' न जुत्तो दाणे विलंबो ' तम्हा महारायं बोहिमि, इअ चिंतिऊण सिग्घं तओ उट्ठाय आउहसालाए गओ / तत्थ एगा विजयढक्का