________________ भवनपतिके इन्द्रोंके सामानिक तथा आत्मरक्षक देवोंकी संख्याका यन्त्र सामा० सं. आत्प० सं. नाम दक्षिणेन्द्र सामा० | आत्म० नाम सं. सं. | उत्तरन्द्र नाम / 1. असुरकुमार निकाय | चमरेन्द्रके | 64 हजार 2 लाख | बलीन्द्रके 60 हजार 2 लाख 40 ह. 2. नागकुमार निकाय धरणेन्द्रके | 6 हजार 24 हजार भूतानेन्द्रके। 6 हजार|२४ हजार 3. सुवर्णकुमार निकाय वेणुदेवेन्द्रके ", | वेणुदालीन्द्रके " " 4. विद्युत्कुमार निकाय | हरिकान्तेन्द्रके ", | हरिस्सहेन्द्रके 5. अग्निकुमार निकाय अग्निशिखेन्द्रके ,, अग्निमानवेन्द्रके " " 6. दीपकुमार निकाय | पूर्णेन्द्रके | विशिष्टेन्द्रके 7. उदधिकुमार निकाय जलकान्तेन्द्रके जलप्रमेन्द्रके / " " 8. दिशिकुमार निकाय | अमीतगतीन्द्रके अमितवाहनेन्द्रके, ,, , 9. पवनकुमार निकाय | वेणुदेवेन्द्रके . | प्रभंजनेन्द्रके , " 10. स्तनितकुमार निकाय | | घोषेन्द्रके " , महाघोषेन्द्रके / कुल संख्या 1,18000/4,72000 कुल संख्या 1,14000 4,56000 उपसंहार१२.३ व्येन्द्रसंख्या-भवनगणनवासो इति भवनपतीनामायुराख्येन्द्रसंख्या-भवनगणनवासो देहवर्णाङ्कवर्णः / अपि च समविभूतीनां तथा ह्यात्मरक्षा-प्रवणसुरवराणां वर्णनं चाभिरामम् / / 1 / / [ अनुवादक कृत संग्रहश्लोक ] भवनपतिके इन्द्रोंके सामानिक तथा आत्मरक्षकदेवोंकी संख्याका यन्त्र ] गाथा-३० [91 " " " " 810