________________ 288 ] बृहत्संग्रहणीरत्न हिन्दी [ गाथा 109-110 م م س 5. ब्रह्मकल्पमें .. 6. लांतक कल्पमें 4|34|4844|45 137/29 م 33/44|44 6 / 32444|41 م कुल-२०७४२८४-२७६-२७४-८३४ कुल 207 को चारसे गुना करके 6 इन्द्रक मिलानेसे 834 कुल हों। कुल 145*200-192-193-585. 145 की संख्याको चारसे गुना करके 2 मिलानेसे 585 हों। 1 22 32 28 29 89 | 41 ___7. महाशुक्र कल्पमें 8. सहस्रार कल्पमें |com 3.2028 28/25 81 | 43 |4|19/28/24/25 7744 कुल 827116-108-148-332 23323220 कुल-९८*१३६-१३२-१२८-३९६ / ९८की कुल संख्याको चारसे गुना करके 4 इन्द्रक जोडनेसे 396 ८२की संख्याको चारसे गुना करके 4. जोडनेसे 332 संख्या 9-10. आनत प्राणत कल्पमें | 11-12. आरण-अच्युतक० . com |12|16 16 1520202161 4 / 11/16 16 कुल 66 * 92-88-88-268 - | कुल 50 * 72-68-64-204 ६६को चारसे गुना करके 4 इन्द्रक जोडनेसे * 268 आवे / ५०को चारसे गुना करके 4 इन्द्रक जोडनेसे 204 आवे /