________________ विजय 127 राजा का नगर में घूमना / 142 खप्पर के साथ गुफा में जान 128 चक्रेश्वरी की स्तुति और 146 खप्पर की श्रेष्टि कन्या से उसकी प्रसन्नता | वात दोनो की लड़ाई 129 चोर की कथा 151 खप्पर की मृत्यु व राजा की 129 धनेश्वर व गुणसार 131 गुणसार का विदेश गमन 155 नगर जनों की वस्तुओं का 132 पिशाच का गुणसार का . उन्हें सौपना रूप लेना 156 कलावती की प्राप्ति 133 सच्चे गुणसार का घर आना तृतीय सर्ग समात 135 उनका विवाद तथा सच्चे _गुणसार का निर्णय चतुर्थ सर्ग पृ. 158 से 246 138 कपटी गुणसार से रूपवती सोलहवा प्रकरण पृ. 158 से 170 के गर्म, रूपवती का बालक देव कुमार 158 को फेंकना व देवी का 158 देव कुमार ऊठाना 158 सुकोमला का विलाप 139 देवी का खप्पर को वरदान 159 माता-पिता का आश्वासन .. 140 विक्रम का सन्तोष 161 गर्भपालन व पुत्र उत्पत्ति पंद्रहवा प्रकरण पृ. 141 से 155 161 देवकुमार का बड़ा होना व ___... खप्पर की मृत्यु 141 पढ़ने जाना - 141 खप्पर को मृत्यु 162 लड़कों का ताना 141 विक्रम का नगर में घूमना 163 माता से पिता के बारे में व खप्पर से भेंट प्रश्न, माता का शोक Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org