________________ 178 विक्रम चरित्र ILIN Kana पूर्व संकेत के अनुसार दरवाजा खटखटाया / वेश्या भी उसे आया समझ कर दरवाजा खोलने गई। वेश्या के घर में जाकर चोर ने सब वस्त्राभूषण वेश्या को दिखलाये / वेश्या ने आश्चर्य पूर्वक उन वस्त्राभूषणों को देखा और चोर को पूछा कि -- यह वस्त्राभूषण कहाँ से लाये और इन का कौन मालिक था ? ' ' चोर ने उत्तर दिया वेश्या के पूछने पर ' कि 'ये वस्त्राभूषण मैं राजमहल से लाया हूँ और इनके मालिक स्वयं राजा और रानी है।' यह सुनकर वेश्या ने सोचा कि-निश्चय ही यह मुँह के सामने से चीजें चुराने वाला चालाक और साहसिक है। जिसने राजा और रानी के वस्त्राभूषणों को चुराया है, उसके लिए दूसरे की चीजें चुराने के विषय में क्या कठिनाई है ? Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org